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इधर वारदात का पटाक्षेप, उधर दो दारोगा, चार सिपाही लाइन हाजिर, पढ़ेंं क्‍या है पूरा मामला

जेसीबी चोरी प्रकरण में उत्तराखंड के व्यक्ति को अवैध हिरासत में रखने पर पुलिस पर गिरी गाज। एसपी ने कहा अनावश्यक परेशान कर रही थी नजीबाबाद थाने की पुलिस। नजीबाबाद के दो दारोगा व चार सिपाही तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर।

By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 11:06 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 11:06 PM (IST)
इधर वारदात का पटाक्षेप, उधर दो दारोगा, चार सिपाही लाइन हाजिर, पढ़ेंं क्‍या है पूरा मामला
नजीबाबाद के दो दारोगा व चार सिपाही तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर।

बिजनौर, जेएनएन। जेसीबी चोरी की वारदात के पटाक्षेप के तत्काल बाद एसपी ने नजीबाबाद के दो दारोगा व चार सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। इन पर नैनीताल (उत्तराखंड) के एक व्यक्ति को अवैध हिरासत में रखने का आरोप था। इसकी जांच एसपी से सीओ नजीबाबाद को सौंपी है।

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यह है मामला

बुधवार को एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि जुलाई 2019 में नजीबाबाद क्षेत्र में पूर्वी गंगनहर किनारे स्थित राहुल के फार्म हाउस से उसके दोस्त हरियाणा निवासी इकबाल की जेसीबी चोरी हुई थी। पुलिस ने जेसीबी बरामद कर चोरी में शामिल जुबेर निवासी सैदपुरी गांव थाना हीमपुर दीपा हाल निवासी दौलताबाद थाना कोतवाली देहात, आमिर निवासी इनायतपुर थाना बढ़ापुर, सोनू कुमार निवासी दोदराजपुर थाना बढ़ापुर, अरमान निवासी हसनपुर थाना डिडौली जिला अमरोहा को गिरफ्तार कर लिया, जबकि कोतवाली देहात के गांव बेगमपुर शादी निवासी दीपक फरार हो गया। पूछताछ में जुबैर, आमिर और सोनू ने पुलिस को बताया कि उन्होंने दीपक के साथ मिलकर जेसीबी चोरी की थी। जुबेर ने बताया कि वह साल 2018 में नेशनल हाईवे पर चल रहे काम में नैनीताल (उत्तराखंड) निवासी महेंद्र ङ्क्षसह की जेसीबी पर चालक था। इसी दौरान महेंद्र ङ्क्षसह से एक लाख रुपये महीना ठेके पर जेसीबी ली थी। महेंद्र ङ्क्षसह के उस पर काफी रुपये चढ़ गए थे। इसे लेकर हुए झगड़े में समझौता हो गया था। उसने महेंद्र ङ्क्षसह की जेसीबी वापस कर दी थी, लेकिन जेसीबी की कंप्यूटराइज्ड रंगीन आरसी रख ली थी। इस आरसी की बदौलत उन्होंने चोरी की जेसीबी अमरोहा के इरफान को बेच दी थी।

इसलिए एसपी ने की कार्रवाई

एसपी डा. धर्मवीर सिंह का कहना था कि जेसीबी चोरी प्रकरण में महेंद्र ङ्क्षसह की कोई भूमिका नहीं थी, जबकि जुबेर ने महेंद्र सिंह की जेसीबी की कंप्यूटराइज्ड रंगीन आरसी के बदौलत चोरी की जेसीबी बेची थी। इतना ही नहीं पुलिस ने दो बार महेंद्र सिंह को बिना कारण थाने में बैठा कर अनावश्यक रूप से परेशान किया। एसपी डॉ.धर्मवीर ङ्क्षसह ने बताया कि इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने नजीबाबाद थाने में तैनात दो दारोगा रामवीर शर्मा व राजीव कुमार और सिपाही सुधीर कुमार, सुशील कुमार, सोहनवीर, नवीन को लाइन हाजिर कर दिया।


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