नया कूड़ा डालने को प्लेटफार्म तैयार, नहीं दूषित होगा भूजल
गांवड़ी में नया कूड़ा डालने के लिए प्लेटफार्म तैयार हो गया है। इसके साथ ही लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। यह निर्माण पूरा होने के बाद कूड़े से रिसने वाले गंदे पानी (लीचेट) से भूजल दूषित होने का खतरा समाप्त हो जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। गांवड़ी में नया कूड़ा डालने के लिए प्लेटफार्म तैयार हो गया है। इसके साथ ही लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। यह निर्माण पूरा होने के बाद कूड़े से रिसने वाले गंदे पानी (लीचेट) से भूजल दूषित होने का खतरा समाप्त हो जाएगा।
गांवड़ी में कूड़ा डालने के लिए दो आरसीसी प्लेटफार्म बनाए गए हैं। इन्हीं प्लेटफार्मो के समीप लीचेट ट्रीटमेंट का टैंक बनाया जा रहा है। नया कूड़ा प्लेटफार्म पर डंप किया जाएगा। कूड़े से रिसने वाला गंदा पानी नाली के जरिए लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट के टैंक तक पहुंचेगा। इसको केमिकल के जरिए शुद्ध करके काली नदी में छोड़ा जाएगा। मालूम हो कि अभी तक गांवड़ी में जमीन पर कूड़ा डंप किया जा रहा था। इससे रिसने वाले गंदे पानी से भूजल दूषित होने की शिकायत एनजीटी में की गई थी। इसे लेकर एनजीटी ने नगर निगम को दिशा-निर्देश जारी किए थे। दोनों व्यवस्थाएं पूरी होने पर लोहियानगर की बजाए शहर का कूड़ा गांवड़ी में ले जाया जाएगा। यहां पहले से बैलेस्टिक सेपरेटर प्लांट स्थापित है। इससे प्रतिदिन शहर में उत्सर्जित कचरे का निस्तारण किया जा सकेगा।
गांवड़ी में डंप प्लास्टिक कचरा खरीदेंगी कंपनी : गांवड़ी में डंप करीब 30 हजार टन आरडीएफ (प्लास्टिक कचरा) खरीदने के लिए नगर निगम से दो कंपनियों ने अनुबंध किया है, जबकि दिल्ली-गुड़गांव से भी आरडीएफ के खरीदार पहुंचने लगे हैं।
नगर निगम से मुंबई की शक्ति प्लास्टिक कंपनी ने प्रति माह 500 टन आरडीएफ और मेरठ की ब्रिजेंद्रा एनर्जी एंड रिसर्च कंपनी ने प्रति माह 900 टन आरडीएफ खरीदने का अनुबंध किया है। नगर निगम इन कंपनियों को 250 रुपये प्रति टन में आरडीएफ बेचेगा। वहीं, शुक्रवार को गुड़गांव से ईको स्ट्रक्चर फर्म के प्रतिनिधि गांवड़ी पहुंचे। यह फर्म भी आरडीएफ खरीदेगी। सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने बताया कि कंपनी और सप्लायर लगातार संपर्क कर रहे हैं। आरडीएफ बिकने से गांवड़ी में कचरा साफ हो जाएगा और निगम की आय बढ़ेगी।