शामली में रेत माफिया की करतूत से गई दो मासूम की जान, पानी देख सूझा था यह उपाय
शामली के गांव धनैना में शुक्रवार को सूखी पड़ी नहर में अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में भरे पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। गड्ढे में पानी देख नहाने के लिए उतरे थे दोनों मासूम। स्वजन ने निकाले दोनों शव नहीं कराया पोस्टमार्टम।
शामली, जेएनएन। गांव धनैना में शुक्रवार को सूखी पड़ी नहर में अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में भरे पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। स्वजन और ग्रामीणों ने मशक्कत के बाद शव निकाले। बिना किसी पुलिस कार्रवाई के दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया।
यह है मामला
धनैना निवासी कंवरपाल का आठ वर्षीय पुत्र सोनू तथा जगपाल का दस वर्षीय पुत्र छोटू खेलते-खेलते सूखी पड़़ी पूर्वी यमुना नहर पर पहुंच गए। यहां एक गड्ढे में पानी देखकर दोनों बच्चे उसमें नहाने के लिए उतर गए। गड्ढा गहरा होने के कारण दोनों उसमें डूब गए। देर शाम तक दोनों के घर न पहुंचने पर स्वजन तलाश में जुट गए। तभी किसी ने बच्चे ने बताया कि दोनों को नहर की तरफ जाते देखा था। स्वजन और ग्रामीणों ने नहर में बने गड्ढों में तलाश शुरू की। एक पानी से भरे एक गड्ढे में दोनों के शव बरामद हो गए। वहां पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की तो स्वजन ने इन्कार कर दिया। बाद में दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया।
रेत माफिया की करतूत से गई मासूमों की जान
धनैना के ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ रेत माफिया पूर्वी यमुना नहर पर रेत खनन का काम करते हैं। उक्त माफिया ने सूखी पड़ी नहर में गहरे-गहरे गड्ढे खोदकर उसमें पानी भर रखा है ताकि रेत निकाला जा सके। ऐसे ही एक गड्ढा गांव के दो मासूम बच्चों के लिए काल बन गया।