भूजल स्तर बढ़ाने की कवायद, दो करोड़ से तर होगा तालाबों का ‘हलक’ Meerut News
लगातार गिरते भूगर्भ जल स्तर को लेकर प्रदेश सरकार चिंतित है। जलशक्ति अभियान के जरिए भूजल स्तर को बढ़ाने की कवायद की जा रही है।
मेरठ, जेएनएन। गिरते भूगर्भ जल स्तर को लेकर प्रदेश सरकार चिंतित है। जलशक्ति अभियान के जरिए भूजल स्तर को बढ़ाने की कवायद की जा रही है। इसी कड़ी में नगर निगम प्रशासन ने सात तालाबों के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव तैयार किया है। करीब दो करोड़ रुपये खर्च कर इन तालाबों को सदानीरा बनाया जाएगा।
ये तालाब किए गए हैं शामिल
प्रस्ताव में शहरी क्षेत्र के सात तालाबों को शामिल किया गया है। इनमें काशी, अच्छरौंडा, मलियाना, गोलाबढ़ रोहटा रोड, दांतल-जिटौली, अब्दुल्लापुर, सरायकाजी के एक-एक तालाब शामिल किए गए हैं। इन तालाबों की करीब 12 फीट गहरी खोदाई कराई जाएगी।
पक्की सीढ़ी और रैम्प बनेंगे
तालाबों में जमी गाद की सफाई होगी व इनके किनारे 10 फीट चौड़ी मिट्टी का बांध बनाया जाएगा। तालाब में स्नान करने और गाड़ियां जाने के लिए पक्की सीढ़ी और रैम्प बनाए जाएंगे। वहीं, मिट्टी के बनाए गए बांध पर कुर्सियां लगाई जाएंगी, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती तालाब में बारह महीने पानी भरे रहने की है। इसके लिए तालाब किनारे एक नलकूप स्थापित होगा, ताकि गर्मी के मौसम में सूखते जलस्रोत में पानी भरा जा सकेगा।
इनका कहना है
14वें राज्य वित्त आयोग के मद से दो करोड़ खर्च किए जाएंगे। जलशक्ति अभियान के तहत सात तालाबों का प्रस्ताव बनाया गया है। अभियंताओं ने तालाबों का निरीक्षण कर लिया है, जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
- राजेश कुमार, संपत्ति अधिकारी, नगर निगम।
तालाबों की स्थिति
तालाब क्षेत्रफल (वर्ग मीटर में)
काशी 17,500
अच्छरौंडा 1520
मलियाना 4000
गोलाबढ़ 3500
दांतल-जिटौली 10,500
अब्दुल्लापुर 4000
सरायकाजी 2500