परेशान चल रहे सिपाही आशीष चौधरी ने की थी आत्महत्याMeerut news
गन्ना मंत्री सुरेश राणा के गनर आशीष चौधरी की मौत की गुत्थी सुलझ गई है। जिसमें पुलिस ने एक तांत्रिक को हिरासत में लिया है।
मेरठ, जेएनएन। गन्ना मंत्री सुरेश राणा के गनर आशीष चौधरी की मौत की गुत्थी सुलझ गई है। परेशान होकर सिपाही ने आत्महत्या की थी। मुजफ्फरनगर के रामपुरी में रहने वाले एक तांत्रिक ने सिपाही को खुदकशी के लिए उकसाया था। पुलिस ने तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है।
यह है मामला
मवाना थाने के गांव खेड़ी मनिहार में मंगलवार सुबह सिपाही आशीष चौधरी ने खुदकशी की थी। परिवार के लोगों ने करीब दो घंटे तक घटना को छिपाए रखा। शव के पास से तमंचा भी गायब कर दिया। फारेंसिक जांच रिपोर्ट में सामने आया कि आशीष चौधरी ने खुदकशी की है। क्राइमसीन पर कोई संघर्ष के निशान भी नहीं मिले। पुलिस ने आशीष चौधरी के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली। उसने अंतिम कॉल मुजफ्फरनगर के रामपुरी में रहने वाले तांत्रिक फैयाज पुत्र शब्बीर को की थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने मुजफ्फरनगर से तांत्रिक को पकड़ लिया। उसने बताया कि आशीष एक युवती से प्रेम करता था। युवती ने उससे शादी करने से इंकार कर दिया। वह ऐसा ताबीज मांग रहा था, जिससे युवती उसके पक्ष में हो जाए। उसे उपचार दिया गया था। उसके बाद भी युवती उसके पक्ष में नहीं आई। तब वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था। पुलिस के मुताबिक, इसी प्रेमिका को लेकर आशीष और उसकी पत्नी में विवाद हुआ था। इस कारण दोनों अलग हो गए। आशीष के परिवार ने उसके ससुराल पक्ष के लोगों को 22 लाख रुपये देकर समझौता कर लिया था। पुलिस का कहना है कि पत्नी से आशीष हमेशा के लिए अलग हो गया, उधर प्रेमिका ने शादी से इंकार कर दिया। इसी बात से क्षुब्ध होकर उसने आत्महत्या कर ली।
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि सिपाही से तांत्रिक ने एक हजार रुपये लिए थे, कहा था कि उसकी प्रेमिका की दूसरी जगह शादी होने वाली है। प्रेमिका के शादी से इंकार करने पर आशीष परेशान हो गया था। उसे तांत्रिक ने आत्महत्या के लिए उकसाया। तांत्रिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। तमंचा बरामद करने के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है।
पुलिस और तांत्रिक के बीच हुई बातचीत के मुख्य अंश..।
पुलिस : क्या नाम है तुम्हारा।
तांत्रिक : सूफी फैयाज।
पुलिस : कहां रहते हो।
तांत्रिक : रामपुरी, मुजफ्फरनगर।
पुलिस : हर रोज तुम्हारे पास कितने लोग आते हैं।
तांत्रिक : प्रतिदिन सौ लोगों का औसत है।
पुलिस : आशीष से कब संपर्क हुआ।
तांत्रिक : आशीष काफी दिनों से संपर्क में था।
पुलिस : आशीष ने क्या बताया।
तांत्रिक : सिपाही ने कहा कि एक लड़की से प्यार करता है, उसकी शादी दूसरी जगह होने वाली है। ऐसा कुछ करो ताकि वह दूसरी जगह शादी के लिए तैयार न हो।
तांत्रिक : आशीष ने बताया था कि उसकी पहली शादी टूट चुकी है। लड़की उसी की बिरादरी की है।
तांत्रिक : मैंने आशीष को चार पलीते जलाने के लिए दिए, ताकि लड़की आशीष का रुख करने लगे।
पुलिस : आशीष को कुछ और भी दिया था।
तांत्रिक : एक जूता पलीते पर मारने के लिए दिया और हाथ में बांधने को ताबीज दिया था, ताकि उसका दिमागी संतुलन सही रहे।
पुलिस : क्या उसका दिमागी संतुलन ठीक नहीं था।
तांत्रिक : कहता कुछ था और करता कुछ था। बार-बार एक बात पूछता था। फिर भूल जाता था। घर पर जाकर भी उसने फिर फोन पर बात कर कहा कि भूल गया दोबारा बता दें। उसे एक जंतर भी दिया था ताकि दिमागी संतुलन सही रहे और युवती उसके काबू में आ जाए।
पुलिस : कितनी फीस ली थी।
तांत्रिक : फीस तो 11 सौ रुपये है, पर आशीष ने एक हजार दिए थे।
परिजनों को नहीं पता तांत्रिक क्यों पकड़ा गया
सिपाही आशीष के पिता संजीव चौधरी ने बताया कि उन्होंने अज्ञात में तहरीर थाने पर दी थी। पुलिस का देर रात करीब 11 बजे ग्राम प्रधान पर फोन आया था। बेटे के संपर्क में तांत्रिक कब आया और कैसे पकड़ा गया इसकी कोई जानकारी नहीं है। परिवार के लोगों ने गमगीन माहौल में सिपाही का अंतिम संस्कार कर दिया।