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मेरठ में मुसीबत की बारिश, किठौर में मकान की छत गिरने से बच्चे की मौत,दो घायल

बारिश के चलते दुश्‍वारियों का भी सामना करना पड़ रहा है। यहां मेरठ में किठौर के ललियाना गांव में सोमवार को बारिश के दौरान एक मकान की छत भरभराकर गिर गई जिसमें तीन बच्चे दबकर गंभीर घायल हो गए। मौके पर अफसरों ने पहुंचकर निरीक्षण किया।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 12:20 AM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 12:20 AM (IST)
मेरठ में मुसीबत की बारिश, किठौर में मकान की छत गिरने से बच्चे की मौत,दो घायल
मेरठ में लोगों ने मशक्कत के बाद मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला।

मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में किठौर के ललियाना गांव में सोमवार को बारिश के दौरान एक मकान की छत भरभराकर गिर गई जिसमें तीन बच्चे दबकर गंभीर घायल हो गए। हादसे के बाद गांव में अफरातफरी मच गई। काफी मशक्कत के बाद मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला और उपचार के लिए भेज दिया गया। जहां एक बच्चें ने दम तोड़ दिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे।

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अचानक भरभराकर गिरी छत

ललियाना में एक मकान में रईस का परिवार रहता है। रईस मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। सोमवार दोपहर रईस बाजार में सामान लेने गया हुआ था। दोपहर लगभग तीन बजे रईस के मकान की छत भरभराकर गिर गई। जिसमें रईस के भाई आसमोहम्मद की 16 वर्षीय मंतशा पुत्री तथा रईस के दो बेटे 14 वर्षीय रयान, दस वर्षीय अयान मलबे में दब गए। हादसे के बाद लोग घटनास्थल की तरफ दौड़ गए और काफी मशक्कत के बाद मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकला गया। लोगों ने घायलों को उपचार के लिए भेजा। जहां अयान ने दम तोड़ दिया। शाम लगभग साढ़े आठ बजे प्रशासनिक अधिकारियों नायब तहसीलदार उदयवीर सिंह,कानूनगो अजयपाल सिंह,लेखपाल महेन्द्र ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को एसडीएम को सौंप दी जाएगी। एसडीएम कमलेश गोयल ने बताया कि शासन स्तर से पीडि़त की सहायता कराई जाएगी।

कड़ी टूटी तो पत्नी बाहर निकल गई, बच्चे अंदर ही रह गए

घटना से पहले रईस की पत्नी शायरा व बच्चे मंतशा, रयान,अयान मकान के अंदर बैठे हुए थे। बारिश के दौरान मकान की एक कड़ी टूटने पर मकान के अंदर बैठी शायरा जैसे ही बाहर को निकली तो मकान की छत भरभराकर गिर गई। बच्चों को बाहर निकलने का मौका भी नहीं मिला और बच्चे मलबे में दब गए।

पिता घर पर होता तो बच सकती थी जान

लोगों का कहना है कि हादसे के समय पिता रईस बाजार में सामान लेने गया हुआ था। यदि रईस घर पर होता तो बच्चों को छत गिरने से पहले ही बाहर निकाल सकता है।

आर्थिक हालात बेहद कमजोर

मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। परिवार की स्थिति काफी दयनीय है। कुछ समय पूर्व रईस के साथ दुर्घटना में टांग टूट गई थी। इलाज के दौरान काफी पैसा खर्च होने के कारण स्थिति काफी खराब हो गई है।


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