वीर नगर में सांस लेना हुआ दूभर, सड़क पर चलना कठिन, गंदगी ने जकड़ा शहर Meerut News
किसी कालेनी या मोहल्ले में बिजली पानी की सुव्यवस्थित व्यवस्था के अलावा अन्य कई विकास के सूचक होते हैं। जिसमें वहां की सड़कें सफाई व्यवस्था व ड्रेनेज व्यवस्था आदि भी शामिल है और वहां की रिहाइश को बयां करती है।
मेरठ, जेएनएन। किसी कालेनी या मोहल्ले में बिजली, पानी की सुव्यवस्थित व्यवस्था के अलावा अन्य कई विकास के सूचक होते हैं। जिसमें वहां की सड़कें, सफाई व्यवस्था व ड्रेनेज व्यवस्था आदि भी शामिल है और वहां की रिहाइश को बयां करती है। जो उसे पाश या मलिन श्रेणी में स्थान प्रदान करती है। कई इलाके पाश होने के बाद भी वहां सड़क, सफाई व ड्रेनेज व्यवस्था को बनाए रखने में की जा रही अव्यवस्था के चलते मलिन बस्ती होने का दंश झेलते हैं।
इन दिनों ऐसा दंश दिल्ली रोड स्थित वीरनगर कालेनी के लोग झेल रहे हैं। जहां बने गटर चोक होने के बाद उससे निकली गंदगी दो दिन से सड़क पर बिखरी पड़ी है। उस कचरे से उठने वाली दुर्गंध के चलते घरों में दो पल सुकून के बिताने में भी कठिनाई उठानी पड़ रही है। घरों के बाहर गटर पर पड़े सीमेंट के स्लैब हटे होने से रात के अंधेरे में आने-जाने वालों के साथ अनहोनी घटित होने का अंदेशा गहरा रहा है। इसके अलावा खुले गटर के आसपास शाम होने तक वहां काम कर रहे नगर निगम के कर्मियों कोई बंदिश करने तक की जहमत नहीं उठाई। जिससे स्थानीय लोग कर्मियों की करतूत से नाखुश हैं।
वहीं, सड़क पर गंदगी व गटर के ढक्कन के तौर पर उपयोग में आने वाली सीमेंट की स्लैब पड़ी होने से मार्ग भी अवरुद्ध है। जिससे आसपास के लोगों को घरों तक वाहन लाने व ले जाने में मुश्किल हो रही है। राहगीरों को कचरे के ऊपर से निकलना पड़ रहा है या फिर दूसरे सड़क से लंबा फेर लगाते हुए निकल रहे हैं।