संजय वन में रोपे गए तिराहे से उखाड़े गए पेड़
परतापुर तिराहे पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के रास्ते में आने वाले पेड़ों की बलि देने के बजाय उन्हें नया जीवन दिया जा रहा है। इन पेड़ों को जड़ समेत उखाड़कर संजय वन में रोपा जा रहा है। 150 से अधिक पेड़ यहां पर रास्ते में पड़ रहे हैं।
मेरठ,जेएनएन : परतापुर तिराहे पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के रास्ते में आने वाले पेड़ों की बलि देने के बजाय उन्हें नया जीवन दिया जा रहा है। इन पेड़ों को जड़ समेत उखाड़कर संजय वन में रोपा जा रहा है। 150 से अधिक पेड़ यहां पर रास्ते में पड़ रहे हैं।
जब भी कोई हाईवे और एक्सप्रेस-वे बनता है तो हजारों पेड़ इसकी बलि चढ़ते हैं। लेकिन, एक पेड़ को तैयार करने व उसके बड़े होने में वर्षो लग जाते हैं। ऐसे में उसके बदले में जो पेड़ लगाए भी जाते हैं। वे उनकी भरपाई नहीं कर पाते। ऐसे में अब आधुनिक तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके तहत यूके लिप्टस आदि पेड़ों को छोड़कर आम, नीम आदि पेड़ो को काटा नहीं जा रहा है। इन्हें जड़ समेत विशेष मशीन से उखाड़ा जाता है। इस प्रक्रिया में सिर्फ उतनी ही जड़ काटी जाती है जिससे पेड़ के जीवन को क्षति न पहुंचे। जिस स्थान से पेड़ को उखाड़ा जाता है जड़ के साथ वाली मिट्टी भी उसी के साथ लाई जाती है। ताकि पेड़ को फिर से पनपने में समय न लगे। पेड़ उखाड़ने के दौरान शाखाएं काट दी जाती हैं जिससे पेड़ सूखे नहीं।
इसी तरह से काशी गांव के पास आम के बाग के 250 पेड़ उखाड़कर एक्सप्रेस-वे के किनारे लगाए गए थे। यहां के पेड़ पर नई शाखाएं निकल आई हैं और पत्तियां आ चुकी हैं।
स्टेशन के स्वच्छता सर्वेक्षण लिए टीम आज पहुंचेगी
मेरठ, जेएनएन : रेलवे स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए शुक्रवार को एक बार सर्वे टीम फिर से पहुंच रही है। जो रेलवे स्टेशन पर साफ -सफाई का सर्वेक्षण करेगी। टीम के सर्वेक्षण के लिए दोबारा आने की सूचना पर स्टेशन की साफ -सफाई गुरुवार को फिर की गई। जिससे सर्वेक्षण टीम को स्टेशन पर गंदगी नहीं दिखाई दे पाएं। बता दें कि पिछले दिनों सर्वेक्षण टीम ने स्वच्छता सर्वेक्षण किया था।