मेरठ से लखनऊ जाने वाली राज्यरानी समेत आठ ट्रेनें 22 मई तक निरस्त, हैवी कोल ट्रैफिक बना वजह
Indian Railways इनदिनों कोयले की ढुलाई के लिए माल गाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारण मेरठ से राज्यरानी समेत आठ ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। अब ये सभी ट्रेनें 23 मई चलेंगी। हालांकि इसके चलते यात्रियों को असुविधा का सामना करना होगा।
मेरठ, जागरण संवाददाता। कोयले की ढुलाई के लिए माल गाड़ियों की संख्या में खासी वृद्धि की गई है। राज्यरानी समेत आठ ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। लखनऊ से मेरठ जाने वाली ट्रेन संख्या 22453 को 21 मई तक निरस्त कर दिया गया है। वहीं मेरठ से ट्रेन का संचालन 23 मई से होगा। माल गाड़ियों के कारण ही पिछले दिनों भी राज्यरानी का संचालन निरस्त किया गया था।
यात्रियों को असुविधा
नौ मई को इसका संचालन आरंभ हुआ था। एक बार फिर अचानक ट्रेन का संचालन निरस्त करने से यात्रियों को खासी असुविधा का सामना कर पड़ रहा है। काठगोदाम मुरादाबाद, रोजा प्रयागराज, बरेली प्रयाग राज ट्रेनों को भी उक्त अवधि के लिए निरस्त किया गया है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार गर्मी बढने से बिजली की मांग में इजाफा हुआ है। थर्मल पावर प्लांट के लिए कोयले की मांग भी बढी हैा माल गाडियों को कोयले की आपूर्ति में लगाया गया है।
अनारक्षित टिकट पर यात्रा
वहीं प्रमुख ट्रेनों में अनारक्षित टिकट पर यात्रा की सुविधा न मिलने से यात्री परेशान हैं। रेलवे ने एक ही ट्रेन के लिए रेलवे ने दो नियम बना रखे हैं। संगम एक्सप्रेस में मेरठ से यात्रा करने में जनरल टिकट पर यात्रा करने की सुविधा नहीं है। वहीं प्रयागराज से आने पर जनरल टिकट पर यात्रा करने की सुविधा है। ऐसे में जो यात्री जनरल टिकट पर मेरठ आ रहे हैं वापसी में जनरल टिकट न मिलने से उन्हें पेनाल्टी देनी पड़ रही है।
यात्रियों को वापसी में नहीं मिल रहा आरक्षण
यात्रियों ने बताया कि आकस्मिक कार्य से मेरठ आना पड़ता है तो कोई असुविधा नहीं होती। वापसी में जल्दी रिजर्वेशन नहीं मिलता जिसके चलते मजबूरी में या तो बस से लौटना पड़ता है या पेनाल्टी देकर ट्रेन में बैठना पड़ता है। इसी तरह शालीमार एक्सप्रेस में जम्मू तवी की ओर जाने पर स्टेशन की खिड़की से जनरल टिकट की बिक्री हो रही है। लेकिन दूसरी साइड अर्थात दिल्ली की ओर जाने पर जनरल टिकट पर यात्रा की अनुमति नहीं है।