सिविल सेवा, एमबीए, डॉक्टर बनना ही टॉपर्स का लक्ष्य
शहर के मेधावी बोर्ड परीक्षा में टॉप अंकों के साथ आगे बढ़ने को तैयार हैं।
जेएनएन, मेरठ। शहर के मेधावी बोर्ड परीक्षा में टॉप अंकों के साथ आगे बढ़ने को तैयार हैं। अपनी-अपनी स्ट्रीम से टॉपर मेधावियों से पहले दिन बात की। अब मंगलवार को दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे टॉपर्स ने अपनी भविष्य की योजनाएं बताईं। ह्यूमेनिटीज में जिले में तीसरे स्थान पर रहीं वानी सक्सेना, विज्ञान वर्ग में दूसरे स्थान पर रहे एकांश दीक्षित, तीसरे स्थान पर रहे सायंतन बेरा और कॉमर्स वर्ग में दूसरे स्थान पर रहीं हिमानी गुप्ता और तीसरी टॉपर रहीं इशिका अग्रवाल ने बातचीत में अपनी योजनाओं और बोर्ड परीक्षा तैयारियों की रूपरेखा साझा किया। आइएएस अफसर बनना चाहती हैं हिमानी
नाम : हिमानी गुप्ता
स्कूल : मेरठ पब्लिक स्कूल फॉर गर्ल्स कैंट
कक्षा : 12वीं, कॉमर्स
रिजल्ट : 98.2 फीसद, जिले में कॉमर्स में द्वितीय
मार्कशीट : गणित-98, एकाउंटेंसी-95, अंग्रेजी-95, इकोनोमिक्स-99, बिजनेस स्टडीज-99, वोकल म्यूजिक-100 मैं आइएएस अफसर बनना चाहती हूं। हिस्ट्री और इकोनोमिक्स मेरा पसंदीदा विषय है। मुझे इन विषयों की गहराई में जाकर अध्ययन करना पसंद है। आइएएस इसलिए बनना चाहती हूं कि इस प्रोफेशन में रहते हुए हम लोगों से सीधे जुड़कर उनकी मदद कर सकते हैं। इसलिए मुझे यह काम बहुत पसंद है। 12वीं के इकोनोमिक्स ऑनर्स करना है। मुझे डीयू नहीं जाना है। सीसीएसयू या किसी प्राइवेट विवि से पढ़ाई के साथ ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करनी है। बोर्ड परीक्षा तैयारी का दबाव कभी नहीं रहा। मैं रेगुलर पढ़ाई के साथ ही सोशल मीडिया, दोस्तों, टीवी सभी से जुड़ी रहीं। इसके साथ ही सात से आठ घंटे की रेगुलर स्टडी भी किया। मेरे पिता संजय कुमार गुप्ता एकाउंटेंट हैं और माता बिदु गुप्ता होम मेकर हैं।
सक्सेस मंत्र
-रटने की बजाय समझकर पढ़ा।
-विषयों को विस्तार से पढ़ना।
-दोस्तों संग पढ़ाई पर चर्चा।
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एमबीए करना चाहती हैं इशिका
नाम : इशिका अग्रवाल
स्कूल : दीवान पब्लिक स्कूल
कक्षा : 12वीं, कॉमर्स
रिजल्ट : 98 फीसद, जिले में कॉमर्स में तृतीय
मार्कशीट : अंग्रेजी-97, एकाउंटेंसी-99, इकोनोमिक्स-100, बिजनेस स्टडीज-98, गणित-96 मैं डीयू के एसआरसीसी कॉलेज से बीकॉम ऑनर्स करना चाहती हूं। इसके साथ ही कैट की तैयारी करूंगी, जिससे एमबीए कर सकूं। इकोनोमिक्स और एकाउंटेंसी मेरा पसंदीदा विषय हैं। मैंने एकाउंटेंसी और गणित की कोचिग की थी। बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए स्कूल व कोचिग के अलावा सेल्फ स्टडी पर फोकस रखा था। मैं हर दिन सुबह अपना टारगेट सेट कर दो-दो घंटे के सेट में पढ़ाई करती थी। इससे पढ़ाई से थकान नहीं हुई। पढ़ाई में मेरी माता भावना अग्रवाल का मार्गदर्शन अहम रहा। वे ऋषभ एकेडमी में शिक्षिका हैं। मेरे पिता स्व. संदीप अग्रवाल थे। मेरा छोटा भाई इस साल 10वीं में गया है। आगे की पढ़ाई के साथ ही करियर की योजना बनाती रहूंगी।
सक्सेस मंत्र
-मां और शिक्षकों का मार्गदर्शन।
-विषय के अनुरूप पढ़ाई की रणनीति।
-प्रमुख विषयों पर फोकस बनाए रखा।
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पिता इंजीनियर, एकांश को बनना है डॉक्टर
नाम : एकांश दीक्षित
स्कूल : मेरठ पब्लिक स्कूल मेन विग
कक्षा : 12वीं, साइंस
रिजल्ट : 98.2 फीसद, साइंस में जिले में द्वितीय
मार्कशीट : अंग्रेजी-97, फिजिक्स-95, बायोलॉजी-97, केमिस्ट्री-99, फाइन आर्ट्स-100, म्यूजिक-98 मुझे शुरू से ही बायोलॉजी और मानव संरचना से जुड़े विषयों में रुचि रही है। इसीलिए मैंने बहुत पहले ही सोच लिया था कि मैं डॉक्टर बनूंगा। फिलहाल नीट की तैयारी कर रहा हूं। बीच में तैयारी को थोड़ा विराम जरूर लग गया था, लेकिन अब तैयारी कर रहा हूं। इस साल नहीं सफल हुआ तो अगले साल के नीट में भी अधिक समय नहीं है। मैं फिर कोशिश करूंगा। मैंने कक्षा एक से 12वीं तक कभी भी कोचिग नहीं ली। बोर्ड परीक्षा की तैयारी भी नीट और सेल्फ स्टडी से की। पढ़ाई के अलावा मुझे पेंटिग, डिबेट में हिस्सा लेना, क्विज प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना आदि पसंद है। हर दिन सुबह टास्क लेता था और दिन भर में 70 से 80 फीसद तक पूरा करने की कोशिश करता था। इससे मदद मिली। मेरे पिता विकास रस्तोगी मैकेनिकल इंजीनियर हैं। माता पूजा दीक्षित होम मेकर हैं।
सक्सेस मंत्र
-रेगुलर स्टडी में डाउट क्लीयर किया।
-हर दिन के लक्ष्य को गंभीरता से लिया।
-जो बनना है ध्यान सिर्फ उसी पर।
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यूपीएससी की तैयारी करेंगी वाणी
नाम : वाणी सक्सेना
स्कूल : दीवान पब्लिक स्कूल
कक्षा : 12वीं, ह्यूमेनिटीज
रिजल्ट : 98.4 फीसद, ह्यूमेनिटीज में जिले में तृतीय
मार्कशीट : अंग्रेजी-99, पॉलिटिकल साइंस-100, फैशन स्टडीज-100, साइकोलॉजी-98, हिस्ट्री-95 आगे की पढ़ाई मैं डीयू के लेडी श्रीराम कॉलेज से करना चाहूंगी। मुझे पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स करना है। मुझे आइएएस अफसर बनना है इसलिए ग्रेजुएशन के साथ ही मैं यूपीएससी की तैयारी भी करूंगी। पढ़ाई के अलावा मेरा खेलकूद में भी रुचि रहा है। मैंने कबड्डी और हॉकी में सीबीएसई क्लस्टर तक खेला है। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में भी आयोजित प्रतियोगिता में खेल चुकी हूं। पॉलिटिकल साइंस और साइकोलॉजी मेरा पसंदीदा विषय है। घंटा देखने की बजाय विषय पर टारगेट लेकर पढ़ा उससे मदद मिली। मेरे पिता राजेश कुमार सक्सेना एलआइसी में कार्यरत हैं और माता नीलक सक्सेना होम मेकर हैं। बड़ा भाई बीटेक चौथे वर्ष की पढ़ाई कर रहा है।
सक्सेस मंत्र
-पसंदीदा विषयों पर फोकस।
-शिक्षकों का मार्गदर्शन।
-हर विषय को विस्तार से पढ़ना।
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एमबीबीएस के रास्ते जाएंगे सायंतन
नाम : सायंतन बेरा
स्कूल : दयावती मोदी एकेडमी
कक्षा : 12वीं, साइंस
रिजल्ट : 98 फीसद, साइंस में जिले में तृतीय
मार्कशीट : अंग्रेजी-100, केमिस्ट्री-99, फिजिक्स-97, बायोलॉजी-96, गणित-95, फाइन आर्ट्स-98 मुझे डॉक्टर बनना है। मैं नीट की तैयारी कर रहा हूं। सब ठीक रहा तो सितंबर में परीक्षा होगी। मेडिकल क्षेत्र में किसी स्पेशलाइजेशन के बारे में अभी तक तो नहीं सोचा है। अभी तो किसी अच्छा कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन लेना ही टसरगेट हैं। एमबीबीएस करने के दौरान जैसी रुचि बढ़ेगी उसी स्पेशलाइलेशन की ओर जाना चाहूंगा। बोर्ड परीक्षा की तैयारी स्कूल में पढ़ाई और कोचिग के साथ ही हुई। कोचिग में नीट की तैयारी के दौरान पढ़ाइर्् और रिवीजन साथ में होता गया। मैं घर से बाहर कहीं ज्यादा जाता नहीं हूं, इसलिए खेलकूद या अन्य गतिविधयों में भी नहीं जुड़ा। मेरा पूरा समय पढ़ाई पर फोकस रहा। मेरे पिता प्रभाकर बेरा निजी कंपनी में कार्यरत हैं माता नमिता बेरा होम मेकर हैं।
सक्सेस मंत्र
-बिना डिस्ट्रैक्शन पढ़ाई पर ही फोकस।
-नीट के साथ हुई बेहतर तैयारी।
-शिक्षकों के मार्गदर्शन पर सेल्फ स्टडी।