मेरठ कैंट में व्यवसायिक वाहनों से टोल हटने से इतने करोड़ का होगा नुकसान
Toll Tax In Meerut रक्षा मंत्रालय के आदेश के बाद टोल बंद होने से मेरठ कैंट बोर्ड के सामने वित्तीय चुनौती रहेगी। पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रही छावनी विकास कार्यों से दूर है। टोल हटने से कर्मचारियों के वेतन की भी चुनौती आएगी।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Toll Tax In Meerut रक्षामंत्री की ओर से देश की सभी 62 छावनियों से व्यवसायिक वाहन प्रवेश शुल्क (टोल) बंद करने का आदेश है। मेरठ छावनी में 10 जगह से प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है। इस पर सोमवार को निर्णय हो सकता है। प्रवेश शुल्क बंद होने से कैंट को 12 करोड़ रुपये का सालाना नुकसान होगा। छावनी में 10 जगह से ठेकेदार के माध्यम से प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है। करीब एक करोड़ रुपये हर महीने ठेकेदार कैंट बोर्ड को प्रवेश शुल्क देता है।
टोल बंद करने का नोटिफिकेशन नहीं मिला
एक साल में कैंट बोर्ड को करीब 12 करोड़ रुपये सभी प्रवेश शुल्क से मिलते हैं। रक्षा मंत्रालय के आदेश के बाद टोल बंद होने से कैंट बोर्ड के सामने वित्तीय चुनौती रहेगी। पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रही छावनी विकास कार्यों से दूर है। टोल हटने से कर्मचारियों के वेतन की भी चुनौती आएगी। कैंट बोर्ड के प्रवक्ता जयपाल तोमर का कहना है कि अभी रक्षा मंत्रालय से टोल बंद करने का नोटिफिकेशन नहीं मिला है। शनिवार और रविवार को छुट्टी थी। सोमवार को कार्यालय खुलेगा। अगर नोटिफिकेशन आ जाता है, तो उसका अनुपालन होगा। टोल बंद होने के बाद होने वाले वित्तीय संकट का कैंट बोर्ड कैसे प्रबंधन करेगा, इस पर उन्होंने कहा कि जैसा मंत्रालय का आदेश होगा, बोर्ड वैसा ही करेगा।
मनोनीत सदस्य जल्द लेंगे शपथ
कैंट बोर्ड के परिवर्तित बोर्ड के मनोनीत सदस्य डा. सतीश चंद्र शर्मा जल्द ही शपथ ले सकते हैं। बोर्ड अध्यक्ष से समय मिलने के बाद विशेष बोर्ड बैठक करके शपथ दिलाई जाएगी।