दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर जुर्माने से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
Toll on Expressway दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर कई वाहनों पर बैन भी लगाया है। यदि गलती से भी ऐसे वाहन इस एक्सप्रेस वे पर आ जाते हैं तो उनका आनलाइन चालान काट दिया जाएगा। यहां पर तैनात मार्शल इसका विशेष ध्यान रखेंगे।
मेरठ,जेएनएन। Toll on Expressway आज शनिवार से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स की व्यवस्था शुरू हो गई है। इसके साथ ही अगर आप इस एक्सप्रेस पर यात्रा कर रहे हैं तो आपको भी कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद ही आवश्यक है अन्यथा आप के ऊपर जुर्माना लगाया जा सकता है। इसीलिए सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर आप यात्रा करें। आइए समझते कैसे। एक्सप्रेसवे पर टोल फास्टैग से ही कटेगा। कोई भी लेन कैश वाली नहीं है। अब ऐसे में अगर आपके वाहन पर फास्टैग नहीं या फिर फास्टैग में रुपये नहीं हैं तो प्रवेश या निकास के लिए जुर्माने के रूप में टोल देना होगा। यह जुर्माना मेरठ से दिल्ली तक दोगुना होगा। यानी कुल 280 रुपये चुकाने होंगे। लेकिन सावधानी बरतकर आप इस जुर्माने से बच सकते हैं।
प्रतिबंधित वाहनों का होगा आनलाइन चालान
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दोपहिया, तिपहिया वाहन, ट्रैक्टर व बैलगाड़ी प्रतिबंधित हैं। इन वाहनों को पहले तो काशी टोल प्लाजा पर मार्शल जाने से रोकेंगे। यदि कोई विरोध करेगा तो उसकी सूचना पुलिस को दी जाएगी। इसके बावजूद अगर कोई प्रतिबंधित वाहन एक्सप्रेसवे पर प्रवेश कर गया तो उसका चालान कटेगा। यह चालान आनलाइन उसके पते पर जाएगा। आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर ऐसे वाहनों का विवरण निकाल लेंगे जिसके आधार पर यह विवरण एनआइसी को भेजा जाएगा। एनआइसी से ट्रैफिक पुलिस को विवरण भेजा जाएगा। चालान कितने रुपये का होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि इसका शुल्क ट्रैफिक पुलिस मोटर वाहन अधिनियम के तहत तय करेगी।
स्पीड 100 से ऊपर हुई पड़ेगा महंगा
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर हल्के वाहन जैसे कार आदि की अधिकतम गति सीमा 100 रखी गई है। वहीं ट्रक जैसे भारी वाहन की अधिकतम गति सीमा 80 लिखी गई है। यदि इस गति से अधिक रफ्तार से वाहन चलाएंगे तो आनलाइन चालान घर पहुंचेगा। कई स्थानों पर स्पीड की जांच करने वाले कैमरे लगाए गए हैं। डिजिटल मीटर भी लगे हैं जो वाहन चालक को उसकी गति बता देते हैं।
ऐसे कटेगा आपके फास्टैग खाते से टोल
मान लीजिए आपने काशी टोल प्लाजा या फिर भोजपुर आदि स्थान पर प्रवेश किया और आपको जाना है सरायकाले खां या फिर इंदिरापुरम तक। इस स्थिति मेंं अगर आपके वाहन पर फास्टैग है और उसमें रुपये हैं तो प्लाजा का बूम बैरियर अपने आप उठ जाएगा। और आप बेझिझक टोल पार सकेंगे। कोई आपको रोकेगा नहीं। फिर जब आप इंदिरापुरम या फिर सरायकाले खां में निकास करेंगे तो भी कोई नहीं रोकेगा। लेकिन निकास करते ही आपके फास्टैग से टोल कट जाने का मैसेज आ जाएगा। दरअसल यह सब होगा आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) व फास्टैग स्कैनर से। जैसे ही आप काशी टोल प्लाजा या कोई भी प्रवेश स्थान पहुंचेंगे वहां फास्टैग स्कैनर यह जांच कर लेगा कि खाते में पैसे हैं भी नहीं। यदि पर्याप्त पैसे होंगे तो बूम बैरियर उठ जाएगा और आप फर्राटा भर सकेंगे। सुरक्षा के सभी पैमानों को ध्यान में रखकर अपनी यात्रा का सुलभ बनाएं।