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बाउंड्री रोड पर नारी निकेतन से तीन संवासिनी फरार, देररात पुलिस ने दो बरामद की Meerut News

मेरठ में बाउंड्री रोड पर नारी निकेतन से तीन संवासिनी फरार हो गईं। छत की टिन टूटने से चौथी संवासिनी नीचे गिरकर घायल हो गई। तीनों संवासिनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2020 07:40 AM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2020 08:03 AM (IST)
बाउंड्री रोड पर नारी निकेतन से तीन संवासिनी फरार, देररात पुलिस ने दो बरामद की Meerut News
बाउंड्री रोड पर नारी निकेतन से तीन संवासिनी फरार, देररात पुलिस ने दो बरामद की Meerut News

मेरठ,जेएनएन। राजकीय महिला शरणालय (नारी निकेतन) से तीन संवासिनी फरार हो गईं। छत की टिन टूटने से चौथी संवासिनी नीचे गिरकर घायल हो गई। स्टाफ ने उसे पकड़ लिया। फरार तीनों संवासिनी के खिलाफ लालकुर्ती थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले स्टाफ को भी नामजद किया गया है। लालकुर्ती थाने के 72 बाउंड्री रोड पर राजकीय महिला शरणालय का संचालन राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन कर रहा है। 13 अगस्त से इसकी प्रभारी अनीता हैं। मुख्य अधीक्षिका रीमा राठी जुलाई से अवकाश पर हैं। सोमवार सुबह पांच बजे आयशा पुत्री याकूब (लखनऊ से आई थी), प्रियंका पुत्री विजयपाल निवासी काका बिहार ट्रोनिका सिटी गाजियाबाद और महक उर्फ तनु वर्मा पुत्री राजकुमार वर्मा निवासी मधुबन कॉलोनी विजयनगर थाना मोदीनगर गाजियाबाद नारी निकेतन से फरार हो गईं।  

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देर रात दो बरामद 

वहीं तीन संवासिनी में से देर रात पुलिस ने दो बरामद कर ली है। एसओ रवेंद्र पहलावत ने बताया कि प्रियंका, महक उर्फ तनु वर्मा और आयशा तीनों एक साथ ही नारी निकेतन से निकलने के बाद रोडवेज बस स्टैंड पहुंची। वहां से बस में सवार होकर मोदीनगर में महक के घर पर पहुंच गई। महक के घर पर कुछ देर रुकने के बाद प्रियंका अपने घर जाने के लिए कह कर निकल गई, जबकि महक के घर पर आयशा मौजूद रही। पुलिस ने महक के घर पर दबिश देकर महक और आयशा को बरामद कर लिया है। दोनों को थाने लाने के बाद नारी निकेतन में भेज दिया है, जबकि प्रियंका की तलाश में उसके घर पर दबिश डाली जा रही है। अभी तक प्रियंका अपने घर पर नहीं पहुंची। माना जा रहा है कि वह रिश्तेदारी में चली गई होगी।

दुपट्टे को रस्सी बनाया

एसओ रवेंद्र पहलावत ने बताया कि तीनों संवासिनी अपने दुपट्टे को रस्सी बनाकर पानी के पाइप के सहारे छत पर चढ़कर पीछे की और खड़े पेड़ से नीचे उतर गईं। उनकी चौथी साथी रुकैया पुत्री शकूर निवासी लोनी गाजियाबाद भी छत पर चढ़ रही थी। अचानक छत की टिन टूटने के बाद पैर फिसलने से वह नीचे गिर गई। शोर सुनकर जागे स्टाफ ने उसे पकड़ लिया और उपचार दिलाया। तीनों संवासिनी की तलाश की गई लेकिन उनका पता नहीं चला।

मुकदमे में खुद वादी और खुद आरोपित भी

लालकुर्ती थाने में अधीक्षिका राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन कीराजेश सिंह ने महक, प्रियंका, आयशा और अधीक्षिका राजकीय महिला शरणालय की प्रमिला ङ्क्षसह के साथ ही खुद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में राजेश सिंह वादी भी हैं और आरोपित भी हैं। यह मुकदमा धारा 225ए ( देखरेख में लापरवाही के दौरान रखने वालों का फरार हो जाना, सजा दो साल) और 225बी (किसी की देखरेख में रहने के दौरान चकमा देकर भाग जाना, सजा छह माह) में मुकदमा दर्ज कराया।

इस मामले में आरोपित तीनों संवासिनी

- प्रियंका के खिलाफ गाजियाबाद के थाना ट्रोनिका सिटी में अपहरण का मुकदमा दर्ज है, जो दो अगस्त 2020 से नारी निकेतन में थी।

- महक उर्फ तनु वर्मा के खिलाफ थाना मोदीनगर गाजियाबाद में अपहरण का मुकदमा दर्ज है, जो सात अगस्त 2020 से नारी निकेतन में थी।

- आयशा लखनऊ में लावारिस मिली थी, जिसे 28 जुलाई 2020 को मेरठ नारी निकेतन भेजा गया था।

टिन की छत टूटने से गिरी रुकैया

संवासिनी रुकैया मोटी हैं, जो नारी निकेतन की छत पर चढ़ गई। उसके वजन से टिन की चादर टूट गई। बता दें कि पहले भी तीनों एक बार भागने का प्रयास कर चुकी थीं। एसओ रवेंद्र पहलावत का कहना है कि फरार तीनों संवासिनी की तलाश में लखनऊ और गाजियाबाद में पुलिस की टीम भेजी गई हैं। संबंधित थाने से भी संपर्क किया है। उनके घर और रिश्तेदारी में दबिश डाली जा रही है।

इनकी लापरवाही से भागी संवासिनी

नारी निकेतन में रात महिला होमगार्ड सरिता, महिला होमगार्ड कृष्णा यादव, महिला होमगार्ड विमलेश के अतिरिक्त रसोइया यदिका सदाना की ड्यूटी थी। सुरक्षा करने के बजाय ये सभी अपने कमरों में जाकर सो गए। इसी का फायदा उठाकर संवासिनी सुबह पांच बजे फरार हो गईं। पूरे स्टाफ ने दोपहर तक घटना को छिपाकर रखा। खुद तलाश करने के बाद ही पुलिस को जानकारी दी।

इनका कहना है

तीन संवासिनी की फरारी के बाद लालकुर्ती थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है। उनकी तलाश को तीन टीमें गाजियाबाद और लखनऊ भेजी हैं। स्टाफ के खिलाफ भी मुकदमा कायम किया है। इसकी जांच डीएम स्तर से भी प्रशासनिक अफसरों से कराई जा रही है, ताकि फरारी की सही जानकारी सामने आए।

- अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी


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