Move to Jagran APP

UP Board Evaluation : यूपी बोर्ड का मूल्यांकन कार्य शुरू, मेरठ में 17 जिलों की जांची जा रही हैं कापियां

UP Board Evaluation यूपी बोर्ड परीक्षा के मूल्‍यांकन के पहले दिन मेरठ में परीक्षकों की संख्या कम देखने को मिली लेकिन सभी केंद्रों पर कार्य शुरू कर दिया गया है। मूल्यांकन प्रक्रिया चार दिन तक चलेगी। इसके लिए महानगर में तीन मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 04:47 PM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 04:47 PM (IST)
UP Board Evaluation : यूपी बोर्ड का मूल्यांकन कार्य शुरू, मेरठ में 17 जिलों की जांची जा रही हैं कापियां
यूपी बोर्ड की एक लाख कापियों का मूल्यांकन कार्य शुरू

मेरठ, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से वर्ष 2021 के परीक्षार्थियों के लिए आयोजित अंक सुधार बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन शनिवार को शुरू हो गया। इस मूल्यांकन प्रक्रिया में मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत केंद्रीय स्तर पर ही महानगर में तीन मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें से राजकीय इंटर कॉलेज मेरठ में इंटरमीडिएट, डीएन इंटर कॉलेज और केके इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है।

loksabha election banner

हर जिले में नहीं बनाया गया मूल्यांकन केंद्र

मूल्यांकन कार्य की विशेष बात यह है कि मेरठ परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 17 जिलों के परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं मेरठ में ही जांची जाएंगी। हर जिले में मूल्यांकन केंद्र नहीं बनाया गया है। मेरठ में बने तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर करीब एक लाख उत्तर पुस्तिकाएं होंगी। इनमें से अभी पूरी पुस्तिका केंद्रों पर नहीं पहुंची है। पहले दिन परीक्षकों की संख्या निर्धारित संख्या से कम देखने को मिली लेकिन मूल्यांकन का काम पहले दिन ही केंद्रों पर शुरू कर दिया गया। मूल्यांकन प्रक्रिया चार दिन तक चलेगी। जिसमें सभी कापियों का मूल्यांकन हर हाल में पूरा किया जाना है। जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से सभी परीक्षक के तौर पर नियुक्त शिक्षकों को अनिवार्य रूप से परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन करने को कहा गया है, जिससे मूल्यांकन 4 दिन में ही पूरा हो सके।

इन छात्रों की कापियों का हो रहा है मूल्‍यांकन

मेरठ में मूल्यांकन उन छात्रों की कापियों का हो है , जो अपने अंक से संतुष्ट नहीं थे। बोर्ड परीक्षा में यूपी बोर्ड की ओर से बिना परीक्षा के रिजल्ट जारी किए गए थे। ऐसे में जो छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं थे उन्होंने अंक सुधार परीक्षा दी थी। इसके अलावा बहुत से ऐसे भी छात्र थे जो बिना अंक के ही प्रमोट कर दिए गए थे। ऐसे छात्रों ने काफी समय तक क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय में विरोध भी किया। ऐसे छात्रों ने भी बोर्ड परीक्षा के लिए आवेदन किया था, जिनको रिजल्ट का इंतजार है। बहुत से ऐसे छात्र हैं जिनको अंक कम भी मिल सकते हैं। बहुत से ऐसे हैं जिन्हें ज्यादा मिलने की भी उम्मीद है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.