Coronavirus: बेफ्रिक मत हो जाइए, कोरोना के केस फिर से बढ़ने की आशंका, क्या करना होगा Meerut News
आने वाले समय में कोरोना को हल्के में लेना घातक साबित हो सकता है। ऐसे में सतर्क रहना बेहद जरूरी है। मेरठ के अफसरों का भी कहना है कि कई देशों में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर भी देखने को मिल रही है। शहर में एहतियात बरती जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना के केस एक बार फिर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में सावधानी बरतना अब और भी आवश्यक हो गया है। प्रशासनिक अफसर भी इसको लेकर मंथन करने में जुट गए हैं। बुधवार रात में कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने बचत भवन सभागार में मेरठ जनपद के अफसरों के साथ कोरोना संक्रमण को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कई देशों में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर भी देखने को मिल रही है।
अलर्ट के निर्देश
भारत में भी दिल्ली में कोरोना के केस बढऩे की आशंका है। दिल्ली एनसीआर का हिस्सा है जहां उत्तर प्रदेश समेत तमाम प्रदेशों के लाखों लोगों का रोजाना आना जाना लगा रहता है। उन्होंने कहा कि मेरठ मंडल में भी कोरोना को फिर से न बढऩे देने के लिए अफसरों को सतर्क रहना होगा। कमिश्नर ने कहा कि प्रदेश शासन स्तर से भी ऐसी आशंका जताते हुए इससे बचाव और रोकथाम के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिनका शत प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए।
संदिग्ध मरीजों की पहचान
कमिश्नर ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में रोजाना अथवा जल्दी जल्दी आवागमन करने वाले लोगों पर नजर रखी जाए। खांसी, बुखार वाले कोरोना के संदिग्ध मरीजों को चिन्हित करके उनकी निगरानी की जाए। प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति के कम से कम 25 संपर्क की खोज करके कोरोना जांच कराई जाए। सरकारी और निजी अस्पतालों में आने वाले सांस और दिल के गंभीर मरीजों का कोरोना परीक्षण अवश्य कराया जाए। स्ट्रीट वैंडर, ऑटो रिक्शा चालक, स्वास्थकर्मी आदि ऐसे लोग जो भीड़भाड़ में रहते हैं, की जांच जरूर कराई जाए। लक्षण वाले लोगों की पहले एंटीजन से जांच कराएं। निगेटिव मिले तो आरटीपीसीआर विधि से जांच जरूर कराई जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को फिर से प्रशिक्षण दिया जाए। कालोनियों, मोहल्लों , बाजारों में अफसरों द्वारा पहुंचकर लोगों को जागरूक किया जाए। 15 दिसंबर तक प्रत्येक जनपद में कोल्ड चेन की तैयारी पूरी कर ली जाएं।
मौत की गहनता से जांच
कमिश्नर ने कहा कि कोरोना से होने वाली प्रत्येक मौत की गहनता से जांच की जाए। इलाज में देरी, लापरवाही आदिको खत्म करके मौत की संख्या को कम किया जा सकता है। होम आइसोलेशन में रखे गए लोगों की नियमित देखरेख की जाए। बैठक में डीएम के बालाजी, सीडीओ ईशा दुहन, एडीएम सिटी अजय तिवारी, एडीएम वित्त सुभाषचंद्र प्रजापति, सीएमओ डा. राजकुमार के साथ सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।