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पुलिस चौकियों पर लटके हैं ताले..कहां गए 'रखवाले'

शहर में ताबड़तोड़ घटनाओं के बाद भी खाकी गंभीर दिखाई नहीं दे रही है। क्राइम कंट्रोल के लिए डीजीपी तक जोर लगाया जा रहा है। नए-नए फरमान जारी किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 06:28 AM (IST)
पुलिस चौकियों पर लटके हैं ताले..कहां गए 'रखवाले'
पुलिस चौकियों पर लटके हैं ताले..कहां गए 'रखवाले'

मेरठ । शहर में ताबड़तोड़ घटनाओं के बाद भी खाकी गंभीर दिखाई नहीं दे रही है। क्राइम कंट्रोल के लिए डीजीपी तक जोर लगाया जा रहा है। नए-नए फरमान जारी किए जा रहे हैं। बावजूद, न क्राइम कंट्रोल हो रहा है और न ही पुलिस अपनी कर्तव्य के प्रति निष्ठा दिखा रही है। सोमवार को ब्रह्मापुरी थाना क्षेत्र में कोरियर कंपनी का कैश लूटने के विरोध में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर दी गई। इसके बाद भी शहर की तमाम पुलिस चौकियों पर ताले लटके रहे।

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इन चौकियों पर पसरा था सन्नाटा

सदर बाजार थाना क्षेत्र की आबूलेन पुलिस चौकी, टीपीनगर थाने की मंडी चौकी, कोतवाली की जाटव गेट चौकी, देहली गेट की पटेल नगर, देहली गेट चौराहा पुलिस चौकी पर दिन में भी सन्नाटा पसरा हुआ था। उन पर ताले लगे हुए थे।

कहां करें शिकायत

पुलिस चौकियों पर ताले लगे होने के कारण यदि किसी को कोई शिकायत करनी है तो वह कहां करे। शिकायतकर्ता के पास थाना या फिर उच्चाधिकारियों के पास जाकर शिकायत करने का ही विकल्प बचता है। कई बार बेहद जरूरी सूचना पुलिस को देनी होती है। यूपी 100 नंबर भी नहीं मिल पाता। इन परिस्थितियों में पुलिस को किस तरह अवगत कराया जाए।

सिर्फ दावों तक सीमित अधिकारी

अधिकारी भी सिर्फ दावों तक सीमित रहते हैं। जब भी बड़ी घटना होती है तो एक-दो दिन सजगता दिखाई जाती है। इसके बाद फिर ढुलमुल रवैया अपना लेती है। पुलिस की कार्यशैली का खामियाजा लोगों को चुकाना पड़ता है।

गलत इंजेक्शन से मरीज की मौत का आरोप, हंगामा

मेरठ। सुभारती अस्पताल में भर्ती मरीज की गलत इंजेक्शन लगाने से मौत होने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया। इस दौरान परिजनों व अस्पताल कर्मियों के बीच हाथापाई की नौबत तक आ गई। सूचना पर पहुंची जानी थाना पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया। मोदीनगर निवासी तेजपाल सिंह (55) पुत्र रामफल सिंह न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में बतौर डिप्टी मैनेजर मथुरा में तैनात थे। दिमागी बीमारी के चलते परिजनों ने गत 19 अप्रैल को उन्हें सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया था। सोमवार देर शाम तेजपाल सिंह की एकाएक मौत हो गई। मौत का पता चलते ही परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। आरोप है कि शाम के वक्त एक नर्स ने इंजेक्शन लगाया था, तभी से हालत बिगड़ती चली गई। परिजनों ने गलत इंजेक्शन से मौत होने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। इंस्पेक्टर जानी ब्रजेश शर्मा ने बताया कि तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।


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