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Dengue क्‍या गलत रिपोर्ट से फैल रही है डेंगू की दहशत, 'सच्चाई' जानने को बागपत के स्वास्थ्य विभाग ने उठाया यह कदम

Dengue बागपत में डेंगू का प्रकोप बढ़ा है। ऐसे में लोग मान रहे हैं कि डेंगू में प्लेटलेट्स कम होना मौत की वजह है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में मौत का कारण कुछ ओर है और डेंगू की भी पुष्टि नहीं हो रही है।

By Parveen VashishtaEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 06:18 PM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 06:18 PM (IST)
बागपत जिले में डेंगू की दहशत बढ़ रही है।

बागपत, जागरण संवाददाता। जिले में डेंगू की दहशत बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो इसकी एक वजह लैब से दी जा रही गलत रिपोर्ट है। रिपोर्ट की सच्चाई जानने के लिए सीएमओ सहित तीन डाक्टरों की एक टीम गठित की गई है। यह टीम रिपोर्ट की तो जांच करने के साथ अवैध वसूली की भी पड़ताल करेगी। गड़बड़ी मिलने पर संबंधित के खिलाफ मेडिकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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जिले में एकाएक बढ़ा है डेंगू का प्रकोप

जिले में एकाएक डेंगू का प्रकोप बढ़ा है। यहां तक कि जान जा रही है, लेकिन लोग मान रहे है कि डेंगू से प्लेटलेट््स कम होना मौत की वजह है। जबकि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में मौत का कारण कुछ ओर है और डेंगू की भी पुष्टि नहीं हो रही है। लोगों में फिलहाल डेंगू और बुखार की दहशत है।

प्लेटलेट्स कम करके रिपोर्ट तैयार करने की आशंका

लोगों के बीच दहशत को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जानेगा कि डेंगू का प्रकोप कहां से फैल रहा है। सबसे पहले जिले के उन लैबों में जांच पड़ताल होगी, जहां से डेंगू की रिपोर्ट दी जा रही है। यह अनुमान है कि प्लेटलेट्स कम करके रिपोर्ट तैयार की जा रही है। यह एक मिलीभगत हो सकती है। लैब में कहीं गड़बड़ी मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई निश्चित होगी। इसके अलावा प्राइवेट नर्सिंग होम की भी जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन सभी जगहों पर जाकर सच्चाई का पता लगाएगी। सीएमओ सहित तीन डाक्टरों की टीम बनाई गई है। गुरुवार को टीम सीएमओ की निगरानी में जांच करेगी। सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने कहा कि शिकायती मिली है कि स्वस्थ व्यक्ति की भी प्लेटलेट्स कम करके रिपोर्ट दे दी जाती है। इसकी जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। टीम सभी लैब और प्राइवेट नर्सिंग होम में पहुंचकर निरीक्षण करेगी।

ये डाक्टर करेंगे जांच

प्राइवेट नर्सिंग होम और लैब की जांच के लिए पीसीपीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. गजेंद्र सिंह, प्राइवेट नर्सिंग होम और क्लीनिक के नोडल अधिकारी डा. अरविंद मलिक को जिम्मेदारी दी गई है। सीएमओ भी इनके साथ जांच पड़ताल में शामिल रहेंगे।

सरकारी चिकित्सालयों में ही कराएं जांच

सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने लोगों से अपील की है कि सरकारी चिकित्सालयों की लैब में डाक्टर के परामर्श के बाद अपनी बीमारी की जांच कराएं। यहां सभी सेवा निश्शुल्क है। डेंगू और अन्य जांच की सही रिपोर्ट दी जाती है।


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