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भाकियू का जाम..धरना-प्रदर्शन, कानून वापसी की मांग

मवाना क्षेत्र में तीनों कृषि कानून वापस लेने समेत चार सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को भाकियू ने मवाना खुर्द में सड़क जाम कर धरना दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Mar 2021 12:02 AM (IST)Updated: Sat, 27 Mar 2021 12:02 AM (IST)
भाकियू का जाम..धरना-प्रदर्शन, कानून वापसी की मांग
भाकियू का जाम..धरना-प्रदर्शन, कानून वापसी की मांग

मेरठ, जेएनएन। मवाना क्षेत्र में तीनों कृषि कानून वापस लेने समेत चार सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को भाकियू ने मवाना खुर्द में सड़क जाम कर धरना दिया। हालांकि चार घंटे रहे धरने के बाद राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन देकर सड़क से हट गए और आवागमन शुरू हो गया।

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संयुक्त किसान मोर्चा ने तीनों कृषि कानून वापस लेने, एमएसपी पर कानून बनाने, बिजली बिल व पराली बिल-2020 रद करने, डीजल-पेट्रोल एवं रसोई गैस की कीमतों को आधी करने की मांग को लेकर 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया था, जिसमें हाईवे जाम की भी घोषणा की गई थी। इसी क्रम शुक्रवार को लगभग 11 बजे यूनियन मंडल महामंत्री नरेश चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ता मवाना खुर्द में पुलिस चौकी के पास एकत्र हुए और सड़क किनारे टैंट लगाकर धरना शुरू कर दिया। वाहन-आड़े तिरछे लगाकर चक्का जाम लगाने का प्रयास भी किया गया, लेकिन एसडीएम कमलेश गोयल व सीओ उदय प्रताप सिंह द्वारा समझाने पर कार्यकर्ता सड़क छोड़कर साइड में बैठ गए। उसके बाद एसडीएम व सीओ को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मनोज, तेजपाल सिंह, मोनू पंवार, कल्याण सिंह, जगवीर सिंह, शौकीन, जबर सिंह, संदीप, सोनू, आदेश, रहीसुद्दीन, मनोज खत्री, टीटू आदि मौजूद रहे।

बाजार रोजमर्रा की तरह खुले

भाकियू का भारत बंद का आवाहन था, जबकि बाजार में इसका कोई असर नहीं दिखाई दिया। मवाना में सुबह तय समय से पूर्व की तरह बाजार खुले। पूरे दिन बाजार खुला रहा। लोग रोजमर्रा की भांति खरीदारी व अपने सामान्य कामकाज करते हुए दिखाई दिए।


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