मेरठ: गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं संत रविदास के वचन, प्रेरणा लेकर हम सफल बना सकते हैं जीवन
मेरठ के गुरुद्वारा श्रीचंद में सोमवार को संत रविदास जी की जयंती पर शबद गायन का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों ने उनके विचारों से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। उपस्थित संगत ने एक-दूसरे को बधाई दी।
मेरठ, जेएनएन। सूरजकुंड स्थित गुरुद्वारा श्रीचंद में संत रविदास जी की जयंती पर शबद गायन का आयोजन किया गया। ज्ञानी चरनजीत सिंह ने सुखमनी साहिब का पाठ किया।
प्रसिद्ध रागी जत्थे जसमीत सिंह मीत ने बहुत जनम बिछड़े थे साधो, तोहि मोहि मोहि तोहि अंतर कैसा आदि शबदों का गायन किया। जसवीर सिंह गीत ने कहा गुरु ग्रंथ साहिब में 6 गुरुओं के साथ संतों की भी वाणी शामिल है। संत रविदास के रचित कई छंद गुरु ग्रंथ साहिब में है। जिन का पाठ प्रतिदिन सिख समाज के लोग करते हैं। संत रविदास जी की वाणी से प्रेरणा लेकर हम अपने जीवन सफल बना सकते हैं। इस अवसर पर विशेष योगदान के लिए माता प्रीतम कौर, नरेंद्र कौर, चरण सिंह भाटिया, उदय सिंह, गुरमीत सिंह, कंचन आदि को सम्मानित किया गया इस अवसर पर उपस्थित संगत ने एक दूसरे को संत रविदास की जन्म दिवस की बधाई दी। मनजीत सिंह कोछड़, तजेंद्र सिंह, हरजीत सिंह आदि मौजूद रहे।