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पांचों आरोपित न्यायिक हिरासत में जेल गए

रूपक हत्याकांड में पकड़े गए पांचों आरोपितों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 07:00 AM (IST)
पांचों आरोपित न्यायिक हिरासत में जेल गए
पांचों आरोपित न्यायिक हिरासत में जेल गए

जेएनएन, मेरठ। रूपक हत्याकांड में पकड़े गए पांचों आरोपितों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस के मुताबिक बोरवेल के पानी से ंशव के सड़ने की बदबू न आए, इसके लिए आरोपितों ने कपड़ा व मिट्टंी भी डाली थी। उधर, रूपक के स्वजनों ने आरोपितों को फांसी दिलाने की मांग की है।

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फाजलपुर निवासी जसवंत के 20 वर्षीय पुत्र रूपक की उसी के दोस्त ने जिटोली गांव के जंगल में 26 जून को गोली मारकर हत्या कर दी थी। साक्ष्य मिटाने के लिए आरोपितों ने शव के टुकड़े-टुकड़े कर उन्हें बोरवेल में डाल दिया था। इस मामले में पुलिस ने रूपक के दोस्त विकास उर्फ चौंसठ, मनीष उर्फ पम्पू, मोनू उर्फ निसार व विशाल निवासीगण जिटोली गांव रोहटा और अमरदीप सागर निवासी फाजलपुर को गिरफ्तार किया था। इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा बीएस राणा ने बताया कि पांचों आरोपितों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। कार सवार पार्षद पुत्र समेत तीन पर फायरिग

जेएनएन, मेरठ। बहसूमा के गांव झुनझुनी रिश्तेदारी में शामिल होकर गुरुवार शाम घर लौट रहे कार सवार पार्षद पुत्र समेत तीन लोगों पर दर्जन युवकों ने हथियारों से फायरिग शुरू कर दी, जिससे कार सवारों में हड़कंप मच गया। फायरिग की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन हमलावर फरार हो गए थे। हमलावर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गये। पीड़ित कार सवार ने हमलावरों के खिलाफ तहरीर दी।

गंगानगर आई ब्लाक निवासी पार्षद गुलबीर सिंह का पुत्र प्रिस दो साथियों के साथ बहसूमा क्षेत्र के गांव झुनझुनी स्थित रिश्तेदारी में शामिल होकर गुरुवार शाम वापस घर लौट रहा था। जब वह मवाना हस्तिनापुर रोड स्थित मध्य गंगनहर पर पहुंचे तभी वहां शराब पी रहे बाइक सवार दर्जनभर युवकों ने कार रोककर उनके साथ कहासुनी के बाद मारपीट कर दी, लेकिन वे कार में सवार होकर चल दिये। बाइक सवार युवकों ने कार सवारों का पीछा किया और गाड़ी न रोकने पर फायरिग कर दी। पीड़ित कार को तेज रफ्तार में ले जाकर बचे। उन्होंने सूचना पुलिस व परिजनों को दी। बाद में पुलिस ने पीड़ितों से घटना की जानकारी ली। प्रिस ने हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि परिजनों ने कार्रवाई से इन्कार कर आपसी समझौता होने की बात कही। उधर एसओ शिवदत्त का कहना है कि मारपीट का मामला था। दोनों पक्षों में समझौता होने पर विवाद निपट गया।


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