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COVID-19 News: मेरठ और लखनऊ में हो रही मौतोंं पर हाईकोर्ट सख्‍त, 48 घंटे के अंदर मांगी रिपोर्ट

मेरठ में मेडिकल कालेज तथा न्यूटिमा अस्पताल में आक्सीजन की कमी के कारण हुई मौत तथा नर्सिग होमों द्वारा आक्सीजन की कमी के चलते मरीजों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए जाने की वायरल खबरों का हाईकोर्ट ने संज्ञान लेकर सरकार और जिला प्रशासन से जवाब मांगा है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 11:53 AM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 01:27 PM (IST)
COVID-19 News: मेरठ और लखनऊ में हो रही मौतोंं पर हाईकोर्ट सख्‍त, 48 घंटे के अंदर मांगी रिपोर्ट
हाईकोर्ट ने मेरठ में हुई मौतों का सरकार से मांगो जवाब।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ में मेडिकल कालेज तथा रविवार को न्यूटिमा अस्पताल में आक्सीजन की कमी के कारण हुई मरीजों की मौत तथा नर्सिग होमों द्वारा आक्सीजन की कमी के चलते मरीजों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए जाने की वायरल खबरों का हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लेकर सरकार और जिला प्रशासन से जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने सख्‍त रुख जाहिर करते हुए कहा कि आक्‍सीजन की कमी से मौते के मामले में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कोर्ट ने जिलाधिकारी के. बालाजी से 48 घंटे में घटना के कारणों की जांच करके रिपोर्ट मांगी थी जिसे जिला प्रशासन ने 24 घंटे के भीतर तैयार करने का दावा किया है। सात मई को होने वाली अगली सुनवाई में मेरठ और लखनऊ के डीएम को आनलाइन उपस्थित रहना है। जिसपर हाईकोर्ट की अहम टिप्‍पणी सामने आ सकती है। 

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हाईकोर्ट इलाहाबाद में चल रही कोरोना संक्रमण को लेकर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान मंगलवार को कोर्ट ने मेरठ में आक्सीजन से मरीजों की मौत की घटनाओं का भी संज्ञान लिया था। मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर में तथा न्यूटिमा अस्पताल में पांच मौतों के वायरल समाचारों को कोर्ट ने सुनवाई में शामिल किया। कोर्ट में मेरठ और लखनऊ के डीएम से 48 घंटे में घटना के कारणों की जांच करके रिपोर्ट आनलाइन प्रस्तुत करने का आदेश दिया था। जिलाधिकारी ने मेडिकल कालेज के प्राचार्य, अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक से तथा न्यूटिमा अस्पताल की घटना पर सीएमओ से रिपोर्ट मांगी थी।

जिला जज नियुक्त करेंगे नोडल

हाईकोर्ट ने 27 अप्रैल के आदेश का पालन कराने के लिए जिला जज को किसी न्यायिक अधिकारी को जनपद में नोडल अफसर के रूप में नियुक्त करने का आदेश दिया है। 

न्‍यू‍टिमा अस्‍पताल में हुआ  था हंगामा

मेरठ के न्‍यूटिमा अस्‍पताल में दो मई की देर रात को आक्‍सीजन की कमी होने से पांच मरीजों की मौत हो गई थी। जिसे लेकर हंगामा हो गया। तीरमदारों ने अस्‍पताल प्रशासन पर आरोप लगाया था कि आक्‍सीजन की कमी और इलाज में अव्‍यवस्‍था के कारण मरीजों की मौत हुई है। जिसके बाद देर रात में अस्‍पताल में तोड़फोड़ व हंगाम जारी हो गया। सूचना पर पहुंची भारी पुलिस बल ने किसी तरह स्थिति को संभाला था। उधर, मेरठ मेडिकल कालेज में भी मौत के आंकड़े कम नहीं हो रहे हैं। हर दिन पांच से छह मौतों से स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में हड़कंप मचा है। । 


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