शुक्र है बूथ पर बीएलओ मिले पर खाली हाथ
अधिकारी भले ही मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान में अच्छे कार्य का दावा करते रहें लेकिन आम जनता बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) की मनमानी से आजिज है। जनता के आरोप रविवार को अपर आयुक्त के बूथों के निरीक्षण के दौरान सही साबित हुए।
मेरठ, जेएनएन। अधिकारी भले ही मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान में अच्छे कार्य का दावा करते रहें, लेकिन आम जनता बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) की मनमानी से आजिज है। जनता के आरोप रविवार को अपर आयुक्त के बूथों के निरीक्षण के दौरान सही साबित हुए। चूंकि आज विशेष मतदाता अभियान था, लिहाजा बीएलओ बूथों पर मिले, लेकिन उनके पास कोई भी आवश्यक सामग्री नहीं मिली। स्पोर्ट्स स्टेडियम के बूथ पर तो बीएलओ ही गैरहाजिर मिला। यह निरीक्षण रोल प्रेक्षक कमिश्नर अनीता सी मेश्राम के निर्देश पर किया गया। अपर आयुक्त ने उप जिला निर्वाचन अधिकारी को सुधार के निर्देश दिए।
विधानसभा मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य फिलहाल चल रहा है। यह कार्य 22 दिसंबर से 22 जनवरी तक चलेगा। जनता बीएलओ पर फील्ड में न मिलने का आरोप लगा रही है। जिसके बाद कमिश्नर ने शनिवार को पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा की थी। रविवार को उनके निर्देश पर अपर आयुक्त रजनीश राय ने पांच मतदान केंद्रों के 29 बूथों का निरीक्षण किया। बताया कि बीएलओ को रोजाना घर घर जाकर सर्वे करना है। बूथ पर भी मिलने का समय तय करना है। इस दौरान नए मतदाताओं के आवेदन, नाम काटने और संशोधन के लिए आवेदन प्राप्त करने हैं। चार दिन आयोजित होने वाले विशेष अभियान के दौरान दिनभर बूथ पर मौजूद रहना है।
बताया कि कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम के बूथ संख्या 342 पर बीएलओ अनुपस्थित मिला। उसका स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया। कनोहर लाल कन्या इंटर कॉलेज साकेत, आइटीआइ साकेत, स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज शास्त्रीनगर आदि में पहुंचकर बीएलओ से पूछताछ की गई। उनके पास बीएलओ रजिस्टर नहीं मिले। एक दो के पास रजिस्टर मिले लेकिन खाली थे। शिकायत मिली कि फार्म प्राप्ति की रसीद नहीं दी जा रही है। इस दौरान अधिकारियों को कई खामियां मिली। एडीएम प्रशासन रामचंद्र को उक्त सभी खामियों को दूर कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि निरीक्षण की रिपोर्ट कमिश्नर को दे दी गई है। इस दौरान एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर भी मौजूद रहे।