बिजनौर में अवैध रूप से तालाब का पट्टा करने को लेकर गांव में तनाव
बिजनौर में मंदिर के पास स्थित तालाब का पट्टा अवैध रूप से दूसरे गांव के एक व्यक्ति को करने के मामले में ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया। भाकियू व ग्रामीणों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन। प्रधान व पंचायत की स्वीकृति के बिना पट्टा करने का आरोप।
बिजनौर, जेएनएन। तहसील क्षेत्र के गांव छज्जूपुरा गंधु में मंदिर के पास स्थित तालाब का पट्टा अवैध रूप से दूसरे गांव के एक व्यक्ति को करने के मामले में ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया। उनका आरोप है कि प्रधान और ग्राम पंचायत की स्वीकृति के बिना कुछ अधिकारियों ने मिलीभगत करके दूसरे गांव से अल्प संख्यक सम्प्रदाय के एक व्यक्ति को तालाब में मछली पालन का पट्टा कर दिया है। इसे लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
यह है मामला
गांव छज्जूपुरा गंधु के ग्रामीण भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ तहसील परिसर में पहुंचे। यहां उन्होंने गांव में मंदिर के पास स्थित तालाब का अवैध तरीके से मछली पालन का पट्टा करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि इस बारे में ग्राम प्रधान और पंचायत को भी कोई सूचना नहीं है जबकि तहसील के कुछ अधिकारियों ने मिलीभगत करके दूसरे गांव के अल्पसंख्यक संप्रदाय के एक व्यक्ति को मछली पालन का पट्टा कर दिया है। दो दिन पूर्व वह लोग तालाब में मछली डालने पहुंचे तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए, जिससे तनाव की स्थिति बन गई। भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि पहले भी गांव में दो संप्रदायों के बीच इस बात को लेकर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है यदि फिर से मछली पालन का पट्टा दूसरे गांव के व्यक्ति को दिया गया तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ सकते हैं, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। इस मामले में तहसीलदार रमेश चंद्र चौहान ने ग्रामीणों को जांच कराकर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।