पारा पहुंचने वाला है 45 के पार,जानिए ऐसे मौसम में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल
गर्मी का प्रकोप शुक्रवार को भी बना रहा। अधिकतम तापमान 42 पर टिका रहा वहीं न्यूनतम तापमान सीजन के उच्चतम बिंदु पर पहुंच गया। ऐसे अपनी सेहत का भी ध्यान रखें।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 01 Jun 2019 11:29 AM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2019 11:29 AM (IST)
मेरठ,जेएनएन। गर्मी के कहर से जनजीवन त्रस्त है। गर्मी का प्रकोप शुक्रवार को भी बना रहा। अधिकतम तापमान 42 पर टिका रहा वहीं न्यूनतम तापमान सीजन का सबसे उच्चतम बिंदु पर पहुंच गया। गर्मी का प्रभाव अब रात में भी आरंभ हो गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान परिदृश्य में गर्मी से राहत के आसार नहीं है।
पाक से बह रही गर्म हवाएं
मानसून की चाल सुस्त है और कोई पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने के आसार नहीं है जिसके कारण मौसमीय परिदृश्य में बदलाव हुए बिना गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। अनुसार राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान से गर्म हवाएं एनसीआर में बह रही हैं। इसके साथ गुजरात से भी शुष्क हवाएं आ रही हैं। इन हवाओं में नमी की मात्र बहुत कम है। जब तक मानसून की आमद नहीं होती या पर्वतीय क्षेत्रों में कोई सिस्टम विकसित नहीं होता तब तक मौसम का यही रुख बना रहेगा।
केरल नहीं पहुंचा मानसून
बतातें चलें कि मेरठ में मानसून की आमद तीस जून होती है लेकिन अभी केरल में मानसून नहीं पहुंचा है इसके 7 जून को पहुंचने के आसार हैं। वहीं एक सप्ताह तक कोई उच्च तीव्रता का पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार नहीं है। तीन मई को पश्चिम विक्षोभ के जम्मू कश्मीर में पहुंचने की आशंका है लेकिन तीव्रता कम होने के कारण वह मौसम को बहुत हद तक प्रभावित नहीं करेगा। आंधी और बादल छाए रहने के आसार हैं। सरदार पटेल कृषि विवि के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि पारा एक दो डिग्री के उतार चढ़ाव के साथ इसी स्तर पर बना रहेगा। अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक जा सकता है।
रात का पारा अब सीजन के उच्चतम बिंदु पर
अभी तक मौसम जो ट्रेंड चल रहा था उसमें दिन में तो सूरज अपना कहर बरपा रहा था लेकिन रात में तापमान सामान्य से नीचे चल रहा था जिससे दिन में गर्मी से बेहाल लोग रातों में सुकून सो थे। मौसम सबसे ज्यादा इम्तिहान रोजेदारों का ले रहा है। कामकाज करते हुए रोजा रखने वालों की परेशानी का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री रहा जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। गर्मी के चलते भीड़ भाड़ वाले इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। कचहरी, तहसील, आरटीओ में दोपहर को बहुत कम लोग नजर आए। बेगमपुल, आबू लेन, नई सड़क जैसे व्यस्त बाजारों में इक्का दुक्का लोग ही दिखे।
चक्कर आने लगे तो गंभीर लक्षण
अगर धूप में बाइक चलाते हुए आपको चक्कर आने लगे तो ये गंभीर लक्षण है। पसीना ज्यादा निकलने से शरीर में नमक की कमी की मात्र तेजी से गिर रही है। तापमान लगातार 42 डिग्री बने रहने से शरीर का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ा है। चिकित्सकों ने आगाह किया कि ऐसी कड़ी धूप में व्यक्ति कोमा में भी पहुंच सकता है। उधर,गर्मियों में भी ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक के मरीजों के ओपीडी में पहुंचने से चिकित्सक हैरान हैं।
नमक की कमी का किडनी पर असर
गर्मियों में खानपान में प्रदूषण बढ़ने से टायफायड, पीलिया, पेट दर्द, उल्टी दस्त के मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। धूप में ज्यादा पसीना निकलने से शरीर में सोडियम यानी नमक की कमी से बेहोशी के लक्षण उभरे हैं। लैबों की जांच रिपोर्ट बताती है कि उल्टी दस्त के मरीजों के शरीर से नमक, पोटैशियम समेत कई पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं। नमक की कमी से किडनी भी खराब हो रही है।
मेडिकल पहुंच रहे तीन सौ से ज्यादा मरीज
मेडिकल कालेज के मेडिसिन वार्ड में रोजाना तीन सौ से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। एसोसिएट प्रोफेसर डा. योगिता का कहना है कि सर्दियों से चल रहा वायरल फ्लू का संक्रमण अब तक जारी है। सर्दी, कंपन, जुकाम के मरीज बने हुए हैं। डाक्टरों की मानें तो शिकंजी, नींबू पानी, नमक पानी एवं मठ्ठे में नमक मिलाकर पीने से शरीर में सोडियम की मात्र दुरुस्त रहती है।
आज से सभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां शुरू
शहर के तमाम सीबीएसई स्कूलों में भी शनिवार एक जून से गर्मी की छुट्टियां शुरू हो रही हैं। कुछ स्कूलों में पांचवीं तक तो कुछ में आठवीं तक की छुट्टी तो पहले ही की जा चुकी थी। विशेष तौर पर कक्षा नौ से 12वीं तक की कक्षाएं शुक्रवार को जारी रखी गई। इसके बाद जिले के सभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी शुरू हो रही है। 20 जून के बाद से स्कूलों के खुलने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। केंद्रीय विद्यालय 21 जून से खुल जाएंगे। इसके बाद सीबीएसई स्कूलों में भी जून के अंतिम सप्ताह से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। जुलाई के प्रथम सप्ताह में सभी स्कूल खुल जाएंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
पारा 42 डिग्री पहुंचने से मेडिकल ओपीडी में पीलिया, उल्टी दस्त व किडनी के मरीज पहुंच रहे हैं। पसीना ज्यादा निकलने से शरीर में नमक की कमी एक बड़ा खतरा है। शरीर में सोडियम की कमी न होने दें। स्वस्थ व्यक्ति भी धूप में निकलने से पहले शिकंजी या नींबू में नमक मिलाकर ले जो बेहतर।
- डा. योगिता सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, मेडिकल कालेज, मेडिसिन विभाग
12 वर्ष उम्र तक के बच्चे तीन से पांच गिलास पानी पिएं। बाजार में बिकने वाले गन्ने एवं कटे फटे फलों का रस न पिएं, इससे टायफायड व पीलिया जैसे बैक्टीरियल संक्रमण होते हैं। हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ा है। धूप में कैप या छाता लेकर निकलें। अन्यथा शरीर में नमक कम मिलेगा।
- डा.उमंग अरोड़ा, बाल रोग विशेषज्ञ
पाक से बह रही गर्म हवाएं
मानसून की चाल सुस्त है और कोई पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने के आसार नहीं है जिसके कारण मौसमीय परिदृश्य में बदलाव हुए बिना गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। अनुसार राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान से गर्म हवाएं एनसीआर में बह रही हैं। इसके साथ गुजरात से भी शुष्क हवाएं आ रही हैं। इन हवाओं में नमी की मात्र बहुत कम है। जब तक मानसून की आमद नहीं होती या पर्वतीय क्षेत्रों में कोई सिस्टम विकसित नहीं होता तब तक मौसम का यही रुख बना रहेगा।
केरल नहीं पहुंचा मानसून
बतातें चलें कि मेरठ में मानसून की आमद तीस जून होती है लेकिन अभी केरल में मानसून नहीं पहुंचा है इसके 7 जून को पहुंचने के आसार हैं। वहीं एक सप्ताह तक कोई उच्च तीव्रता का पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार नहीं है। तीन मई को पश्चिम विक्षोभ के जम्मू कश्मीर में पहुंचने की आशंका है लेकिन तीव्रता कम होने के कारण वह मौसम को बहुत हद तक प्रभावित नहीं करेगा। आंधी और बादल छाए रहने के आसार हैं। सरदार पटेल कृषि विवि के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि पारा एक दो डिग्री के उतार चढ़ाव के साथ इसी स्तर पर बना रहेगा। अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक जा सकता है।
रात का पारा अब सीजन के उच्चतम बिंदु पर
अभी तक मौसम जो ट्रेंड चल रहा था उसमें दिन में तो सूरज अपना कहर बरपा रहा था लेकिन रात में तापमान सामान्य से नीचे चल रहा था जिससे दिन में गर्मी से बेहाल लोग रातों में सुकून सो थे। मौसम सबसे ज्यादा इम्तिहान रोजेदारों का ले रहा है। कामकाज करते हुए रोजा रखने वालों की परेशानी का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री रहा जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। गर्मी के चलते भीड़ भाड़ वाले इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। कचहरी, तहसील, आरटीओ में दोपहर को बहुत कम लोग नजर आए। बेगमपुल, आबू लेन, नई सड़क जैसे व्यस्त बाजारों में इक्का दुक्का लोग ही दिखे।
चक्कर आने लगे तो गंभीर लक्षण
अगर धूप में बाइक चलाते हुए आपको चक्कर आने लगे तो ये गंभीर लक्षण है। पसीना ज्यादा निकलने से शरीर में नमक की कमी की मात्र तेजी से गिर रही है। तापमान लगातार 42 डिग्री बने रहने से शरीर का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ा है। चिकित्सकों ने आगाह किया कि ऐसी कड़ी धूप में व्यक्ति कोमा में भी पहुंच सकता है। उधर,गर्मियों में भी ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक के मरीजों के ओपीडी में पहुंचने से चिकित्सक हैरान हैं।
नमक की कमी का किडनी पर असर
गर्मियों में खानपान में प्रदूषण बढ़ने से टायफायड, पीलिया, पेट दर्द, उल्टी दस्त के मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। धूप में ज्यादा पसीना निकलने से शरीर में सोडियम यानी नमक की कमी से बेहोशी के लक्षण उभरे हैं। लैबों की जांच रिपोर्ट बताती है कि उल्टी दस्त के मरीजों के शरीर से नमक, पोटैशियम समेत कई पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं। नमक की कमी से किडनी भी खराब हो रही है।
मेडिकल पहुंच रहे तीन सौ से ज्यादा मरीज
मेडिकल कालेज के मेडिसिन वार्ड में रोजाना तीन सौ से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। एसोसिएट प्रोफेसर डा. योगिता का कहना है कि सर्दियों से चल रहा वायरल फ्लू का संक्रमण अब तक जारी है। सर्दी, कंपन, जुकाम के मरीज बने हुए हैं। डाक्टरों की मानें तो शिकंजी, नींबू पानी, नमक पानी एवं मठ्ठे में नमक मिलाकर पीने से शरीर में सोडियम की मात्र दुरुस्त रहती है।
आज से सभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां शुरू
शहर के तमाम सीबीएसई स्कूलों में भी शनिवार एक जून से गर्मी की छुट्टियां शुरू हो रही हैं। कुछ स्कूलों में पांचवीं तक तो कुछ में आठवीं तक की छुट्टी तो पहले ही की जा चुकी थी। विशेष तौर पर कक्षा नौ से 12वीं तक की कक्षाएं शुक्रवार को जारी रखी गई। इसके बाद जिले के सभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी शुरू हो रही है। 20 जून के बाद से स्कूलों के खुलने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। केंद्रीय विद्यालय 21 जून से खुल जाएंगे। इसके बाद सीबीएसई स्कूलों में भी जून के अंतिम सप्ताह से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। जुलाई के प्रथम सप्ताह में सभी स्कूल खुल जाएंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
पारा 42 डिग्री पहुंचने से मेडिकल ओपीडी में पीलिया, उल्टी दस्त व किडनी के मरीज पहुंच रहे हैं। पसीना ज्यादा निकलने से शरीर में नमक की कमी एक बड़ा खतरा है। शरीर में सोडियम की कमी न होने दें। स्वस्थ व्यक्ति भी धूप में निकलने से पहले शिकंजी या नींबू में नमक मिलाकर ले जो बेहतर।
- डा. योगिता सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, मेडिकल कालेज, मेडिसिन विभाग
12 वर्ष उम्र तक के बच्चे तीन से पांच गिलास पानी पिएं। बाजार में बिकने वाले गन्ने एवं कटे फटे फलों का रस न पिएं, इससे टायफायड व पीलिया जैसे बैक्टीरियल संक्रमण होते हैं। हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ा है। धूप में कैप या छाता लेकर निकलें। अन्यथा शरीर में नमक कम मिलेगा।
- डा.उमंग अरोड़ा, बाल रोग विशेषज्ञ
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