मेरठ में शिक्षकों ने मूल्यांकन केंद्रों पर काली पट्टी बांधकर किया विरोध, सीएम को भेजा ज्ञापन
शिक्षक समन्वय समिति के प्रांतीय आह्वान पर शुक्रवार को यूपी बोर्ड के मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
मेरठ, जेएनएन। शिक्षक समन्वय समिति के प्रांतीय आह्वान पर शुक्रवार को यूपी बोर्ड के मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भेजा। उनका कहना है कि रेड जोन में होने के बावजूद मेरठ समेत अन्य जिलों में यूपी बोर्ड का मूल्यांकन कराया जा रहा है। जिससे शिक्षक व उनके पूरे परिवार को खतरा है।
कई जनपदों से यह सूचना भी मिल रही है कि विपरीत एवं विषम परिस्थितियां होने के बावजूद शिक्षकों को मूल्यांकन केंद्रों पर जाकर मूल्यांकन कार्य करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। यही नहीं कुछ जिलों से यह भी सूचनाएं मिल रही हैं कि जिला विद्यालय निरीक्षक, प्रधानाचार्य व प्रबंधकों के माध्यम से अपनी ओर से शिक्षकों को वेतन कटौती तथा सेवा समिति द्वारा दंडित करने की धमकियां भी लिखित रूप में दे रहे हैं।
उनका कहना है कि राज्य सरकार की शक्तियों के विभिन्न प्रकार से प्रयोग द्वारा शिक्षकों को उनकी इच्छाओं के विपरीत विषम परिस्थितियों में मूल्यांकन केंद्रों पर उपस्थित दर्ज कराने के लिए बाध्य किया जा रहा है। जिससे मूल्यांकन केंद्रों पर जाने वाले शिक्षकों व उनके परिवार में भय का माहौल है।
इस कारण ही करीब 50% से अधिक शिक्षक मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। इसके अलावा शिक्षकों ने प्रदेश सरकार द्वारा समाप्त किए गए 6 भत्तों व सामूहिक बीमा को समाप्त करने पर भी अपना विरोध जताया है। जिला मंत्री महेश चंद शर्मा ने बताया कि जिले के सभी पांच मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षक काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।