जनपद में आज 31600 को टीका लगाने का लक्ष्य
जिले में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण से बचाव का 31600 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए
मेरठ, जेएनएन। जिले में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण से बचाव का 31600 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए 84 टीकाकरण केंद्रों के तहत टीका लगाया जाएगा। उधर, कोविड टीके की दूसरी डोज के बकाया लाभार्थियों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। 20 सितंबर तक इनकी संख्या 347131 पहुंच गई है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रवीण गौतम ने मंगलवार को चलने वाली टीकाकरण अभियान को लेकर बताया कि 84 केंद्रों में से 55 केंद्रों पर कोविशील्ड की 19800 डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 29 केंद्रों पर कोवैक्सीन की 11800 डोज लगाई जानी है। वहीं सोमवार को हुए टीकाकरण में 31600 के कुल लक्ष्य के सापेक्ष 26812 को टीका लगा। शहरी क्षेत्र में कुल 10450 को टीका लगा और ग्रामीण क्षेत्रों में 16362 ने टीका लगवाया।
6384 सैंपलों की जांच में कोई संक्रमित नहीं : सोमवार को जिले में 6384 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें कोई भी संक्रमित नहीं मिला है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि अब जिले में कोरोना संक्रमण के तीन सक्रिय मरीज रह गए हैं। जिसमें एक मरीज अस्पताल में भर्ती है।
कुराली गांव निवासी चार की बिगड़ी तबीयत, मौत : जानी खुर्द के कुराली गांव में चार लोगों की अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के चलते हुई मौत से ग्रामीण में दहशत है। ग्रामीण मौतों को डेंगू व रहस्यमयी बुखार से जोड़ कर देख रहे हैं। हालांकि मामले की जानकारी होने पर सीएमओ डा. अखिलेश मोहन व मंडलीय सर्विलांस अधिकारी ने गांव जाकर मौतों की वजह जानी। उन्होंने ग्रामीणों की स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों को दूर करने को लेकर स्वास्थ्य शिविर लगाने को कहा।
कुराली गांव में बीते रविवार दिन से गांव निवासी 13 वर्षीय विनीत, 28 वर्षीय राजकुमार, 45 वर्षीय सुभाष व 52 वर्षीय भागमल की अलग-अलग वजहों से मौत हो गई। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि गांव जाकर की गई जांच में पाया कि सभी लोग का स्वास्थ्य अलग-अलग लक्षणों के साथ बिगड़ा। इनमें 13 वर्षीय विनीत की डेंगू की कार्ड जांच का पाता चला है। रिपोर्ट में संदिग्ध लक्षण मिलने की बात सामने आई है। वहीं ग्रामीण के अनुसार इन सभी का उपचार उनके स्वजन स्थानीय स्तर पर ही करा रहे थे। दिनभर में चार मौत होने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों ने संभावना जताई है कि मौतें डेंगू से हुई हैं।