तापसी पन्नू ने मेरठ से कहा 'नो' मतलब 'नो'
कुछ दिनों से मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में फिल्म सांड की आंख की शूटिंग कर रही अभिनेत्री तापसी पन्नू गुरुवार सुबह छावनी स्थित मेरठ पब्लिक स्कूल फॉर गर्ल्स में पहुंचीं।
मेरठ। कुछ दिनों से मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में फिल्म 'सांड की आंख' की शूटिंग कर रही अभिनेत्री तापसी पन्नू गुरुवार सुबह छावनी स्थित मेरठ पब्लिक स्कूल फॉर गर्ल्स में पहुंचीं। एमपीएस की दोनों विंग की छात्राओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। तापसी ने छात्राओं को संबोधित करने के साथ ही उनके उत्साह व स्वागत की सराहना की। छात्राओं के सवालों के बौछार को उन्होंने जवाबों से संभाला। निकलने के दौरान छात्राओं के सब्र का बांध टूट गया। पीछे से सभी छात्राएं तापसी की ओर दौड़ पड़ीं। स्टेज के पास ही कार में बैठी तापसी ने भी बच्चों के बीच से निकलते हुए उनका अभिवादन किया।
बच्चों ने किया संगीतमय स्वागत
छात्राओं ने 'शुभ दिन है आज आपका स्वागत है' समूह गान से तापसी का स्वागत किया। प्राइमरी की छात्राओं ने 'जुंबा फिटनेस एरोबिक्स' से शारीरिक स्वास्थ्य के लिए मनोरंजन और व्यायाम दोनों को जरूरी बताया। सीनियर वर्ग की छात्राओं ने 'ओरी चिरैया' नृत्य की भाव प्रधान प्रस्तुति दी जिसमें छात्राओं ने संदेश दिया कि नारी की उड़ान उस चिड़िया की तरह है जो तूफान को भी चुनौती देते हुए अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहती है। स्कूल के संस्थापक ताराचंद शास्त्री, सहसंस्थापक कुसुम शास्त्री व प्रिंसिपल मधु सिरोही ने तापसी का स्वागत व अभिनंदन किया।
हर छात्रा को खेल से जुड़ना चाहिए
छात्राओं के सवालों के जवाब में तापसी ने कहा कि शारीरिक और मानसिक फिटनेस के लिए हर छात्रा को किसी न किसी खेल से जुड़ना चाहिए। बताया कि वह हर दिन बैडमिंटन व स्क्वैश खेलती हैं। फिल्म इंडस्ट्री में गॉड फादर के सवाल पर तापसी ने कहा कि उनका कोई गॉडफादर नहीं है फिर भी वह छात्राओं के सामने उपस्थित हैं। कलाकार के सबसे बड़े गॉडफादर उनके दर्शक व प्रशंसक होते हैं। महिला होने पर मुझे गर्व है। महिला वर्तमान में एक साथ कई कार्य कर सकती हैं। जीवन में सुअवसर को कभी भी गंवाना नहीं चाहिए। जीवन में कुछ ऐसे कार्य करने चाहिए कि आप हमेशा याद किए जाएं। यह मत सोचें कि आप एक महिला हैं। आपको किसी पर भी आश्रित नहीं रहना है बल्कि अपने जीवन का निर्णय स्वयं लेना है। कैमरे व वास्तविक जीवन में बहुत अंतर होता है। वास्तविक जीवन में मैंने बचपन से ही स्वयं को आंतरिक रूप से मजबूत रखा। जीवन में सफलता का मूल मंत्र यह है कि तुम्हारे निर्णय दूसरों से प्रभावित न होकर स्वयं के विश्वास पर आधारित होने चाहिए। उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ अभिनय का अनुभव भी साझा किया और छात्राओं ने फिल्म पिंक का चर्चित डायलॉग 'नो मतलब नो' भी सुना।
मीडिया देख भड़कीं तापसी पन्नू
स्कूल में पहुंचते ही मौके पर मीडिया कर्मियों को देख तापसी नाराज हो गई। स्कूल प्रबंधन से नाराजगी व्यक्त करते हुए एक भी तस्वीर लिए जाने पर ऐतराज किया। कार्यक्रम में भी किसी तरह की तस्वीर लेने से मना करती रहीं। कार्यक्रम के दौरान भी वह पीछे मुड़कर देखती रहीं और एक समय तो स्टेज पर ही जाने से भी मना करने लगी। स्कूल के प्रबंध निदेशक विक्रम शास्त्री व केतकी शास्त्री ने बताया कि तापसी के मैनेजर की अनुमति के बाद ही मीडिया को आमंत्रित किया गया था लेकिन तापसी के सामने उनकी मैनेजर इस बात से मुकर गई।
कार्यक्रम में फैली अव्यवस्था
काफी संख्या में उपस्थित छात्राओं में कुछ गर्मी के कारण परेशान हुई तो कुछ की तबियत बिगड़ गई। पीछे की छात्राओं को कुछ सुनाई नहीं देर रहा था इसलिए वह बार-बार आगे की ओर जाने की कोशिश कर रही थी। अंत में छात्राएं तापसी की ओर बढ़ी तो शिक्षकों और पुलिस ने उन्हें रोका। इस दौरान छात्राएं दौड़ी तो कुछ गमले टूट गए और कुछ छात्राओं को मामूली चोट भी लगी।