Tablighi Jamaat: सहारनपुर जेल से रिहा किए गए सभी 57 विदेशी जमाती, एक माह की सुनाई गई थी सजा Saharanpur News
सहारनपुर जिला कारागार में बंद विदेशी जमातियों का मामला अदालत से तय हो जाने के शनिवार को उन्हें रिहा कर दिया गया। ये सभी एक माह से अधिक समय से जेल में थे।
सहारनपुर, जेएनएन। Tablighi Jamaat जिला कारागार में बंद विदेशी जमातियों का मामला अदालत से तय हो जाने के शनिवार को उन्हें रिहा कर दिया गया। जमातियों की रिहाई को लेकर शुक्रवार को ऑल इंडिया मिल्ली कॉउन्सिल के पदाधिकारी जिलाधिकारी व एसएसपी से मिले थे। सहारनपुर जिला जेल में 21 अप्रैल से बंद 57 विदेशी जमातियों के मामले में 9 मई को अदालत ने सभी को एक-एक माह की सजा सुनाई थी। चूंकि ये सभी एक माह से अधिक का समय जेल में बिता चुके हैं तो अदालत ने उसे ही सजा मानते हुए उनकी रिहाई के आदेश दिये थे।
घर भेजने की व्यवस्था पर बातचीत
रिहाई के आदेश जेल में पहुंच जाने के दो दिन बाद भी उन्हें रिहा नहीं किया गया था। जिस कारण की रिहाई की मांग को लेकर शुक्रवार को बसपा सांसद हाजी फज़लुर्रहमान के प्रतिनिधि हाजी औसाफ़ गुड्डू और वरिष्ठ अधिवक्ता चौधरी जानिसार आदि ने ऑल इंडिया मिल्ली कॉउन्सिल व तब्लीग़ी जमात के प्रतिनिधिमंडल के साथ ज़िलाधिकारी अखिलेश सिंह व एसएसपी के साथ बैठक की थी। इस बैठक में ज़िला कारागार में बंद 57 विदेशी जमातियों के रिहा करने के क़ानूनी पहलुओं एवं विदेश उनके घर भेजने की व्यवस्था के बारे में बातचीत हुई थी।
न्यायालय के आदेश से शासन को अवगत
इसके बाद ज़िलाधिकारी अखिलेश सिंह व एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने प्रतिनिधिमंडल को बताया था कि न्यायालय के आदेश से शासन को अवगत करा दिया गया है जल्द ही सभी जमातियों की व्यवस्था करा दी जाएगी। उधर, एसएसपी दिनेश कुमार का कहना था कि विदेशी जमातियों की रिहाई के आदेश को वह कोर्ट में चुनौती देंगे। इसलिए सोमवार को रिवीजन डाला जाएगा।
बैंक्वेट हाल में रखा जाएगा
उधर, वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. वीरेश राज शर्मा सभी 57 विदेशी जमातियों की अदालत से रिहाई आने का पत्र भी प्रशासन को लिख चुके थे। उसी क्रम में शनिवार की दोपहर सभी जमातियों को छोड़े जाने का काम शुरू हो गया। जेल से रिहाई के बाद सभी विदेशी जमातियों को अंबाला रोड स्थित इंपीरियल बैंक्वेट हाल में रखा जाएगा। सिटी मजिस्ट्रेट एसके सोनी ने बैंक्वेट हाल में जाकर वहां की तैयारियों को जायजा लिया। शनिवार को रिहा किए गए जमाती इंडोनेशिया,मलेशिया, र्किगिस्तान, सुडान, मोरक्को, थाईलैंड, फिलीपीन्स व फ्रांस के रहने वाले हैं।