स्वाइन फ्लू हो या डेंगू..डरने की जरूरत नहीं
कोई भी वायरल संक्रमण 90 फीसद मामलों में पांच से सात दिन में खुद ठीक हो जाता है।
जागरण संवाददाता, मेरठ : हर बुखार डेंगू नहीं होता। खांसी-जुकाम का हर मरीज स्वाइन फ्लू से संक्रमित नहीं है। कोई भी वायरल संक्रमण 90 फीसद मामलों में पांच से सात दिन में खुद ठीक हो जाता है। इन बीमारियों से कम प्रतिरोधक क्षमता वाले 'शुगर, हार्ट, कैंसर, टीबी व सांस के मरीजों व गर्भवती महिलाओं और बच्चों' को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। कुछ ऐसे ही परामर्श दैनिक जागरण के नियमित कॉलम 'प्रश्न पहर' में पहुंचे वरिष्ठ फिजीशियन डा. तनुराज सिरोही ने दिए। बड़ी संख्या में लोगों ने फोन पर सेहत संबंधी जानकारी हासिल की।
* मुझे पिछले साल स्वाइन फ्लू हुआ था। इसके बाद से मुझे गर्मी बहुत लगती है। ज्यादा पसीना आने के साथ थकान महसूस होती है। क्या इलाज है?
जयवीर सिंह, मवाना
स्वाइन फ्लू समेत सभी वायरल संक्रमण की एक लाइफ होती है। एच1एन1 का असर माहभर में खत्म हो जाता है, ऐसे में गर्मी लगने की अन्य वजह होगी। शुगर, बीपी, और वजन नपवाएं। पानी ज्यादा पिएं।
*आठ माह बाद स्वाइन फ्लू फिर वापस आ गया। क्या चिकित्सक कोई जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे?
अजय सेठी, प्रहलादनगर
-आइएमए में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। लोगों को बीपी, शुगर, हार्ट, अस्थमा, सीओपीडी एवं सफाई को लेकर जानकारियां दी जाती हैं। सभी मिलकर साथ आए तो असर भी दिखेगा।
* डेंगू में किसी को हल्का तो किसी को तेज बुखार एवं लक्षण क्यों उभरते हैं?
नितिन, गढ़मुक्तेश्वर
-हर व्यक्ति की अलग-अलग प्रतिरोधक क्षमता होती है। इसके अलावा शरीर में वायरस की मात्रा पर भी बुखार निर्भर करता है। बुजुर्गो, महिलाओं, बच्चों एवं बीमार लोगों में ज्यादा गंभीर लक्षण मिलते हैं।
* तीन माह से हाथ व पांव में चींटी काटने जैसी शिकायत है।
विकास शर्मा, साबुनगोदाम
-विटामिन-बी, डी की कमी एवं नसों की बीमारी में भी ये लक्षण हो सकते हैं। इसमें कई जांचों की जरूरत है।
* मेरी उम्र 38 साल है। तीन माह से बुखार बना हुआ है। इलाज से को लाभ नहीं हो रहा है। क्या करूं?
शगीर अहमद, लिसाड़ी
- छाती में कोई बलगम या संक्रमण तो नहीं। जोड़ों में दर्द की भी जांच होगी। सीटी स्कैन, ब्लड टेस्ट, यूरिन, एक्स-रे भी जरूरी है। बुखार कई बार लीवर में भी चला जाता है। जांच से ही पता चलेगा।
* मेरी उम्र 55 साल है। मुझे सांस फूलने की बीमारी है। कैसे ठीक होगी?
गुरुवचन सिंह नेगी, मोहनपुरी
-फेफड़ों की एलर्जी, हीमोग्लोबिन की कमी, हार्ट की बीमारी से भी सांस फूलती है। सर्दियों में ठंडी चीजों का सेवन बंद करें। जांच व इलाज कराएं।
* मेरे पिताजी की उम्र 85 साल है। सर्दियों में निमोनिया हुआ। हेपेटाइटिस सी भी हुई है, क्या करें?
अजयवीर सिंह, मेरठ
-तीन माह तक इलाज कराने पर हेपेटाइटिस सी ठीक हो जाएगा। अन्यथा कमजोरी बनी रहेगी। रात को भोजन छोड़ दें, जिससे पेट में तेजाब नहीं बनेगा। चाय बंद करें।
* मरीजों के लिए क्या फ्री कैंप भी लगाया जाता है?
सुरेश मोहनपुरी
- हर मंगलवार को आइएमए हाल में बुजुर्गो का निश्शुल्क इलाज किया जाता है। समय से पहुंचकर इलाज कराएं, जांच भी फ्री है।
* डेंगू के बाद सालभर से बुखार बना हुआ है। सालभर रजाई ओढ़ के सोता हूं। क्या इलाज है?
कासिम, मेरठ
-आप थायरायड व शुगर की जांच कराएं। छाती का एक्स-रे जरूरी है। जांच के आधार पर ही दवा दी जा सकती है।
* डेंगू में प्लेटलेट्स कम क्यों हो जाता है?
हिमानी, जागृति विहार
-डेंगू ही नहीं, सभी प्रकार के वायरल एवं बैक्टीरियल बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं। यह शरीर विज्ञान का अपना व्यवहार है। पानी ज्यादा पिएंगे तो वायरस जल्द ही क्लियर हो जाएगा।
* स्वाइन फ्लू, एच1एन1 से कैसे बचाव करें?
सचिन, मेरठ
-यह ज्यादातर सर्द मौसम में संक्रमित होता है, जो अस्थमा, सीओपीडी, शुगर, बीपी, कैंसर के मरीजों एवं महिलाओं, बुजुर्गो एवं बच्चों में ज्यादा खतरनाक साबित होता है। सभी को डरने की जरूरत नहीं, सिर्फ सतर्कता रखें। हाथ को 50 सेकंड तक साफ करें। किसी संक्रमित व्यक्ति से तीन मीटर की दूरी बनाएं। एन-95 मास्क पहनें। खांसते वक्त रुमाल रखें।
* मैं अस्पताल में काम करती हूं। बीमारियों से बचाव कैसे करना चाहिए?
पुष्पा, मेरठ
-मलेरिया एवं डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से बचें। एच1एन1 से बचाव के लिए वैक्सीन कारगर है। अस्पतालों में बैक्टीरिया लोड ज्यादा होता है, ऐसे में उच्चप्रोटीन खानपान लें।
* लैब की जांच में टायफायड, मलेरिया एवं डेंगू तीनों मिला है, क्या रिपोर्ट सही है?
सुबोध त्यागी, मेरठ
-आमतौर पर एक मरीज में इस प्रकार की दो-दो बीमारियां नहीं मिलती हैं। रिपोर्ट भी गड़बड़ हो सकती है। टायफायड जांच में कई बार गलत रिपोर्ट आ जाती है।
* शुगर से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
मोहम्मद खालिद, श्यामनगर
-40 वर्ष की उम्र के बाद शुगर नियमित चेक कराएं। फास्टफूड व तला-भुना खाने से परहेज करें। वजन पर नियंत्रण जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम कर सेहत दुरुस्त रख सकते हैं।
* डेंगू की रोकथाम कैसे कर सकते हैं। क्या कोई वैक्सीन भी है?
श्वेता, मुजफ्फरनगर
-घर के आसपास साफ पानी न जमा होने दें। गमलों, टंकी, टायर, व नाली में पानी रुकने न दें। इसमें एंटी लार्वा दवा डालना चाहिए। फुल बांह की शर्ट पहनने के साथ ही मच्छरदानी भी लगाएं। भारत में कोई वैक्सीन प्रचलन में नहीं है।
* डेंगू से जान पर कितना खतरा है। इलाज की क्या प्रोफाइल होती है?
सुभाष, गौतमनगर
डेंगू से 90 फीसद मरीज ठीक हो जाते हैं। बुखार में तीन दिन तक स्थिति परखें। थकान ज्यादा हो या जुबान सूखने लगे तो जांच जरूरी है। तीन से आठवें दिन के अंदर प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ सकती है। प्लेटलेट्स चढ़ाना जरूरी है कि नहीं, इसे मशीन बता देती है।
* मुझे जुकाम के साथ ही खांसी आ रही है। कफ बनने के साथ सांस फूल रही है। क्या करूं?
ममता सिंघल, मेरठ
एलर्जिक बीमारी के संकेत हैं। इस मौसम में नजला-जुकाम एवं बुखार के मरीज काफी हैं। संक्रमित मरीजों से दूर रहें। मुंह से भाप लें, ठीक हो जाएंगी।