रमजान में आसमान चढ़े फल-सब्जियों के दाम
फल-सब्जियों के दाम बढ़ने से इबादतों के महीने रमजान में रोजे रखना अकीतदमंदों को महंगा पड़ रहा है। थोक और फुटकर दोनों जगह दाम एक सप्ताह में बढ़ गए हैं। वहीं रोजा खोलने के बाद प्यास की शिद्दत को कम करने वाला रूह अफजा भी मॉर्केट से बाहर है। फुटकर दूध भी करीब 5 रुपये प्रतिलीटर महंगा हो चला है।
मेरठ । फल-सब्जियों के दाम बढ़ने से इबादतों के महीने रमजान में रोजे रखना अकीतदमंदों को महंगा पड़ रहा है। थोक और फुटकर दोनों जगह दाम एक सप्ताह में बढ़ गए हैं। वहीं, रोजा खोलने के बाद प्यास की शिद्दत को कम करने वाला रूह अफजा भी मॉर्केट से बाहर है। फुटकर दूध भी करीब 5 रुपये प्रतिलीटर महंगा हो चला है।
शहर में थोक से लगाकर फुटकर दाम बढ़ गए हैं। आलू, प्याज, शिमला मिर्च, टिंडे, खीरे के दामों में एक सप्ताह में खासा उछाल आया है। दिल्ली रोड पर केले की ठेली लगाए प्रदीप ने बताया कि केले में 10 से 20 रुपये प्रति दर्जन तक का उछाल आया है। सेब, संतरा, अंगूर, खरबूजा, तरबूज के दाम भी अचानक बढ़ गए हैं।
महंगाई से आम भी हुआ ज्यादा खास
कीमतों का असर फलों के राजा आम पर भी खूब पड़ा है। आम आदमी जद में रहने और 'मैंगोशेक' में काम आने वाले सफेदा किस्म का आम भी 80-90 पार कर गया है। गढ़ रोड पर फल बेचने वाले इलियास हसन ने बताया कि तोतापुरी, बंबइया, खिलवा आदि नस्लें भी पिछले सप्ताह की अपेक्षा महंगी हो चली हैं। पिछले मोटे छिलके वाला सरदा 100 रुपये किग्रा तक बिक रहा है। आड़ू की कीमतों में भी देखते ही देखते उछाल आया है। पिछले सप्ताह की अपेक्षा 80 के मुकाबले 100 रुपये तक पार कर गया है।
मांग के साथ बढ़ी ककड़ी-खीरे की कीमत
घंटाघर पर सब्जी बेचने वाले जमील अहमद ने बताया कि गर्मी में रमजान होने से खीरे और ककड़ी की मांग बढ़ने के साथ ही कीमतों में भी भारी उछाल आया है। देसी खीरा पिछले हफ्ते तक 20-25 रुपये तक बिक रहा था, जो अब 30-35 तक चला गया। ककड़ी की कीमतें 50 के पार हैं। आलू और प्याज की कीमतें भी हफ्तेभर में 20 रुपये तक बढ़ गई हैं।
खजूर की खपत चरम पर
रोजा खोलने के काम आने वाले खजूर की खपत अपने चरम पर है। खजूर बहुत दिलचस्प नामों के साथ बाजार में हैं। घंटाघर, अहमद रोड, खैरबाजार, भूमिया का पुल, जली कोठी पर आम दिनों की अपेक्षा खजूर के दस गुना ठेले लग गए हैं। खजूर 100 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक बिक रहा है।