सूरत-ए-हाल : यहां भी उपभोक्ता हो रहे ‘स्मार्ट’ ठगी के शिकार Meerut News
ईईएसएल के कारनामे की पोल खुलने के बाद मेरठ में भी हड़कंप मच गया है। यहां न बिल पहुंच रहे हैं और न बढ़े बिलों को लेकर कोई सुनवाई ही हो रही है।
मेरठ, जेएनएन। केवल वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर में ही स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता परेशान नहीं है। मेरठ में भी उपभोक्ता स्मार्ट ठगी के शिकार हो रहे हैं। यहां उपभोक्ताओं को समय से बिल नहीं भेजे जा रहे हैं। बिना मैसेज दिए कनेक्शन काट दिया जा रहा है। जो उपभोक्ता अधिक बिल आने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। उनकी पीवीवीएनएल के बिजली घरों में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिससे उपभोक्ता अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।
मनोज कुमार मेफेयर स्टेट कॉलोनी में रहते हैं। उनके यहां पुराने मीटर को हटाकर कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगा दिया। यह बात दिसंबर की है। इसके बाद वे बिल आने का इंतजार कर रहे थे। बिल तो नहीं आया। लेकिन उनके मोबाइल पर यह मैसेज जरूर आ गया कि आपका कनेक्शन विच्छेद कर दिया गया। कारण बिल न जमा होना बताया गया। मनोज कहते हैं कि इसके बाद वे बिजली घर पहुंचे। बिल निकलवाया और जमा भी कर दिया। लेकिन कनेक्शन तीन दिन तक नहीं जुड़ा। एसडीओ से बात की तो कह दिया गया कि यह तो लखनऊ से सही होगा। स्मार्ट मीटर लगने के बाद केवल मनोज ही परेशान नहीं है। पिछले दिनों वैशाली, नौचंदी और लिसाड़ी गेट के 500 से अधिक उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए गए थे। जिसमें 60 उपभोक्ता ऐसे थे जो नियमित बिल जमा कर रहे थे। स्मार्ट मीटर के चलते हुई गलती से ये उपभोक्ता 24 घंटे बिजली विहीन रहे। हल्ला मचने पर बिजली अधिकारियों ने इनके कनेक्शन जोड़े। इसी तरह शहर के सभी बिजली घरों में स्मार्ट मीटर से अधिक बिल आने की शिकायत उपभोक्ता कर रहे हैं। जिसकी सुनवाई नहीं हो रही है।
ईईएसएल ही मेरठ में लगा रही है स्मार्ट मीटर
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने जो सच्चाई उप्र कारपोरेशन के सामने रखी है। उसमें कहा गया है कि स्मार्ट मीटर का लोड जितना संयोजित है, उससे कई गुना अधिक जंप कर रहा है। साथ ही उपभोक्ताओं के मीटर रीकनेक्ट करने में भी परेशानी आई है। प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका ईईएसएस के पास है। लिहाजा उप्र पावर कारपोरेशन ने कंपनी को पत्र भेजकर जवाब मांगा है।
मेरठ जोन के मुख्य अभियंता एसबी यादव का कहना है कि अगर उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से समस्या है तो वे अपनी शिकायतें दर्ज कराएं। चेक मीटर लगाकर स्मार्ट मीटर की स्थिति चेक की जा रही है। बिलिंग की समस्या है। संबंधित एजेंसी को निर्देश दिए गए हैं। कनेक्शन काटने से पहले उपभोक्ताओं को मैसेज देने के विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है।