नवंबर के पहले सप्ताह में चलेंगीं गन्ना मिल
समस्याओं को देखते हुए गन्ना किसानों ने खेत में खड़ा गन्ना सस्ते दामों पर काल्हूओं पर बेचना आरंभ कर दिया है।
मेरठ,जेएनएन। समस्याओं को देखते हुए गन्ना किसानों ने खेत में खड़ा गन्ना सस्ते दामों पर काल्हूओं पर बेचना आरंभ कर दिया है। विभागीय अधिकारियों की माने तो नवंबर के पहले सप्ताह में गन्ना मिल चलने की संभावना है।
मोहिउद्दीनपुर समिति के तहत इस वर्ष गन्ने का रकबा 15 हजार हेक्टेयर है। खरखौदा क्षेत्र के किसानों का गन्ना खरीदने के लिए सरकार के निर्देश पर नंगलामल, मोहिउद्दीनपुर, ब्रजनाथपुर, सिंभावली समेत अन्य गन्ना मिलों के केन्द्र लगने है। लेकिन उससे पहले ही क्षेत्र में कैली, पांची, बहरानपुर, जोगीपुरा समेत अन्य गांवों में कोल्हू आरंभ हो गए हैैं। किसानों ने 200 से लेकर 220 तक कोल्हू पर अपना गन्ना बेचना आरंभ कर दिया है। लालपुर निवासी किसान सोमवीर सिंह का कहना है कि गन्ने की बंपर पैदावार होने से मिल मालिकों ने गन्ना खरीद को लेकर रूचि नहीं ली है। प्रशासन भी लापरवाह दिख रहा है। बच्चों की फीस एवं अन्य खर्चों के चलते उसे अपना गन्ना कोल्हू पर सस्ते दामों पर बेचना पड़ रहा है। कैली निवासी अतुल त्यागी का कहना है कि मिल चालू होने में अभी एक माह है। घरेलू खर्चो और गेहूं की बुवाई को लेकर उसने अपना गन्ना कोल्हू पर बेचा है।
इन्होंने कहा
गन्ना किसानों की समस्या को देखते हुए सर्वे कराकर प्री कलैंडर पहुंचा दिए है। सट्टा मेला लगाकर संशोधन करा दिया गया है। नवंबर के पहले सप्ताह में गन्ना मिल पुरी रफ्तार पकड़ लेगी। किसानों के मार्ग पर कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।
:सुनील वर्मा, सचिव मोहिउद्दीनपुर समिति फोटो परिचय:7मावा111: कोल्हू पर सस्ते दामों में गन्ना बेचने के लिए ले जाते लालपुर के किसान