गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयास, इन योजनाओं से मिल रहा गन्ना किसानों को लाभ
गन्ना विभाग में संचालित योजनाओं के माध्यम से किसानों को अनुदान प्रदान किया जा रहा है। गन्ना किसानों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए गन्ना प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रति हेक्टेयर अधिक उत्पादकता प्राप्त करने वाले गन्ना किसानों को पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है्।
मेरठ, जेएनएन। किसानों की आय बढ़ाने के लिए गन्ना विभाग कई योजनाओं का संचालन कर रहा है। इसमें गन्ना विभाग में संचालित योजनाओं के माध्यम से किसानों को अनुदान प्रदान किया जा रहा है। गन्ना किसानों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए गन्ना प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रति हेक्टेयर अधिक उत्पादकता प्राप्त करने वाले गन्ना किसानों को पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।
प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 50 हजार रुपये
उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत अभिजनक गन्ना बीज उत्पादन पर 50 रुपये व प्राथमिक पौधशाला के लिए 25 रुपये प्रति कुंतल की दर से प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत ही राज्य स्तर पर अधिक उत्पादकता के लिए गन्ना क्राप कटिंग के आधार पर पेडी व पौधा संवर्ग के लिए दो किसानों का चयन किया जाता है। प्रत्येक संवर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले किसान को 50 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
जिला योजना के अंतर्गत दिए जा रहे अनुदान
जिला योजना के अंतर्गत जैव उर्वरक व वर्मी कंपोस्ट खाद पर 50 प्रतिशत अनुदान, अधिकतम 600 रुपये प्रति हेक्टेयर, पेडी प्रबंधन में प्रयोग होने वाले रसायनों पर 50 प्रतिशत अनुदान या अधिकतम 150 रुपये प्रति हेक्टेयर दिया जा रहा है। जिला योजना के अंतर्गत बीज एवं भूमि उपचार हेतु 50 प्रतिशत या अधिकतम 500 रुपये प्रति हेक्टेयर का अनुदान दिया जा रहा है। दूसरी जगह से आधार बीज लाने पर किसानों को 7 रुपये प्रति कुंतल की दर से यातायात अनुदान दिया जा रहा है।
8 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के अंतर्गत गन्ने के साथ अंत:फसली खेती दलहन व तिलहन के साथ ही सिंगल बड चिप टेक्नोलोजी के प्रदर्शन पर प्रति हेक्टेयर 8 हजार रुपये अनुदान देय है।