शुगर भी 21वीं सदी का तंबाकू है : डा. राजीव
शुगर भी 21वीं सदी का तंबाकू है डा. राजीव डा. राजीव अग्रवाल ने कहा इंसुलिन भी बढ़ाता ह
शुगर भी 21वीं सदी का तंबाकू है : डा. राजीव
डा. राजीव अग्रवाल ने कहा, इंसुलिन भी बढ़ाता है हृदय रोग का खतरा
फालिज का खतरा ढाई गुना, धूमपान छोड़ने पर 60 फीसद रिस्क कम
मेरठ : शुगर बेहद खतरनाक बीमारी है, जो किडनी, हार्ट और आंख समेत तमाम अंगों को घातक नुकसान पहुंचाती है। शुगर के मरीजों में दो से ढाई गुना फालिज और पांच गुना दिल फैलने का खतरा है। मरीज अगर धूमपान छोड़ दें तो हार्ट की बीमारी का रिस्क 60 फीसद तक कम हो जाता है। उक्त बातें वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. राजीव अग्रवाल ने शनिवार शाम होटल ब्रावरा में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कही।
डा. राजीव ने कहा कि शुगर नए जमाने का तंबाकू है। 'रिसर्च सोसायटी फार द स्टडी आफ डायबिटीज इन इंडिया' के वार्षिक अधिवेशन की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में डा. राजीव ने कहा कि शुगर के मरीजों का एलडीएल 70 से कम रखना चाहिए। हार्ट के मरीजों में यह स्तर 50 से कम और फालिज एवं हृदयाघात में 30 तक होनी चाहिए। कहा कि मरीजों को इंसुलिन तभी देना चाहिए, जब तक उनका ब्लड शुगर कंट्रोल न हो। अन्यथा इंसुलिन हृदय रोग की आशंका बढ़ाता है। बताया कि शुगर के जिन मरीजों में फालिज व हृदयाघात की बीमारी नहीं है, उन्हें एस्परिन दवा से परहेज करना चाहिए। भारत की करीब 30 फीसद आबादी शुगर के रिस्क जोन में है। करीब 15 प्रतिशत मरीज शुगर से अनजान मिलते हैं। डा. राजीव ने कहा कि सटीक देखरेख व इलाज से 80 फीसद बीमारी से सुरक्षा मिल जाती है। इससे पहले रोहतक से आए डा. राजेश राजपूत ने हृदय के मरीजों के लिए नई दवाओं की जानकारी दी। बताया कि इन दवाओं से हार्ट के मरीजों में मौत की दर घट जाती है। साथ ही किडनी की बीमारी भी नियंत्रित होती है। कार्यक्रम के अंत में चिकित्सकों ने वक्ताओं से तमाम विषयों पर सवाल पूछे। वरिष्ठ चिकित्सक डा. अदीप मित्रा, डा. राहुल मित्थल, डा. एसपी सोंधी, राकेश एरन, डा. टीवीएस आर्य, डा. वीके बि्रंदा, डा. तनुराज सिरोही, डा. अमिताभ गौतम, डा.राजीव गुप्ता, डा. आभा गुप्ता, डा. अमित रस्तोगी, डा. प्रदीप जैन समेत कई अन्य शामिल हुए।