Sudeeksha Death Case: सुदीक्षा मामले में पांच युवकों से पूछताछ, 27 बुलेट कब्जे में
सुदीक्षा भाटी की मौत का कारण बने बुलेट सवार दो युवकों का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है। बुधवार को एसआइटी और थाना औरंगाबाद पुलिस ने औरंगाबाद क्षेत्र से 27 बुलेट कब्जे में।
बुलंदशहर, जेएनएन। मेधावी छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत का कारण बने बुलेट सवार दो युवकों का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है। बुधवार को एसआइटी और थाना औरंगाबाद पुलिस ने औरंगाबाद क्षेत्र से 27 बुलेट मोटरसाइकिल कब्जे में ले लीं। इनके मालिकों को भी थाने बुलाया गया, एसआइटी प्रभारी व सीओ सिटी दीक्षा सिंह ने इनसे तीन घंटे पूछताछ की। अब सुदीक्षा के नाबालिग भाई निगम भाटी से हादसे के लिए जिम्मेदार बुलेट और युवकों की पहचान कराने का प्रयास किया जाएगा। पुलिस ने मंगलवार की रात पांच संदिग्ध युवकों को हिरासत में भी लिया था, उनसे भी पूछताछ की गई। घटनास्थल के पास स्थित चार-पांच दुकान मालिकों से भी पूछताछ की गई है। उधर, पुलिस ने क्षेत्र के कई गांवों में जांच शुरू की, यहां के कई युवाओं के पास बुलेट है। सड़क किनारे स्थित दुकानों पर लगे करीब 30 सीसीटीवी की फुटेज देखी गई। एसएसपी संतोष कुमार ने आरटीओ से जिले में दौड़ रही बुलेट की सूची भी मांगी है। वर्तमान में 1400 बुलेट बाइक आरटीओ में पंजीकृत हैं।
नहीं पहने थे हेलमेट, नाबालिग है भाई
एसएसपी बुलंदशहर संतोष कुमार सिंह के मुताबिक हादसे के समय सुदीक्षा का नाबालिग भाई निगम भाटी ही बाइक चला रहा था और भाई-बहन ने हेलमेट भी नहीं पहना था, उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है। हालांकि सुदीक्षा के पिता जितेंद्र भाटी द्वारा दी गई तहरीर पर दर्ज मुकदमे में चाचा सतेंद्र भाटी द्वारा बाइक चलाने और भाई-बहन के बाइक पर पीछे बैठने का जिक्र है। इसपर एसएसपी ने बताया कि किसी तरह का विवाद न हो, इसीलिए पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसआइटी की जांच में छेड़छाड़ का मामला सामने आता है तो मुकदमे में धारा बढ़ा दी जाएगी।
एसएसपी के मुताबिक ऐसे हुआ हादसा
एसएसपी बुलंदशहर का कहना है कि जहां हादसा हुआ, वहां हेमंत शर्मा नाम का एक व्यक्ति मौजूद था। हेमंत ने अपने मोबाइल से पुलिस और सुदीक्षा के स्वजनों को हादसे की सूचना दी थी। हेमंत ने बताया कि बुलेट सवार युवकों ने पहले निगम भाटी की बाइक को ओवरटेक किया, उसके बाद दूध के एक टैंकर को ओवरटेक करने लगे। अचानक उन्होंने ब्रेक लगाया, और हादसा हो गया।
पांच हजार नंबरों में छिपे हैं बुलेट सवारों के नाम
सुदीक्षा की मौत के जिम्मेदार आरोपितों को पकडऩे के लिए बुधवार को पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दो टेलीकॉम कंपनियों का बीटीएस (बेस ट्रांसमीशन सिस्टम) चेक करवाया है। यह बात सामने आई है कि घटना के समय आसपास के टावरों पर पांच हजार नंबर एक्टिव थे। अब संदिग्ध नंबरों की सीडीआर निकलवाई जा रही है, ताकि आरोपितों का पता चल सके।
तहरीर पर तहरीर लेती रही पुलिस
सुदीक्षा की मौत के बाद सोमवार को ही उसके मामा ईश्वर सिंह ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। मंगलवार को जब एसआइटी की टीम सुदीक्षा के गौतमबुद्धनगर स्थित घर पहुंची तो चाचा सतेंद्र भाटी ने भी दी तहरीर में कहा था कि सुदीक्षा बुलेट सवार दो युवकों की छेड़छाड़ और स्टंटबाजी से बचाव के दौरान बाइक से गिरी और उसकी मौत हो गई लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। देर रात पिता जितेंद्र भाटी द्वारा दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन उसमें स्टंट व छेड़छाड़ की बात गायब थी। छात्रा के पिता जितेंद्र भाटी द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर में बेटी सुदीक्षा अपने चाचा सतेंद्र भाटी और चचेरे भाई निगम भाटी के साथ अपने मामा के यहां जा रही थी। रास्ते में चिरौरा गांव के पास बुलेट सवार युवकों ने आगे पीछे बुलेट दौड़ाना शुरू किया और अचानक ब्रेक मार दिए और हादसा हो गया। एफआइआर में कहा गया है कि बाइक चाचा चला रहा था। हालांकि बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि जिस समय हादसा हुआ, उस समय सुदीक्षा के चाचा सतेंद्र भाटी बाइक पर सवार नहीं थे। हादसा सोमवार की सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर हुआ। चाचा सतेंद्र भाटी की लोकेशन उस समय गांव डेरी स्कनर में थी। हादसे की सूचना के बाद 10:13 बजे चाचा की लोकेशन भूड़ चौराहे पर थी। एसएसपी के अनुसार चाचा नहीं वरन भाई निगम भाटी बाइक चला रहा था। किसी तरह का विवाद न हो, इसलिए पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
एक थी सुदीक्षा
जनपद गौतमबुद्धनगर के गांव डेरी स्केनर निवासी जितेंद्र भाटी की बीस वर्षीय पुत्री सुदीक्षा भाटी अपने चचेरे भाई निगम के साथ सोमवार की सुबह बाइक से अपने मामा के गांव माधवगढ़ के लिए निकली थी। औरंगाबाद क्षेत्र में हादसे के दौरान छात्रा की मौत हो गई। परिजनों ने मौत के लिए बुलेट सवार युवकों द्वारा स्टंट और छेड़छाड़ को जिम्मेदार बताया था। वर्ष 2017-18 में सीबीएसई 12वीं की जिला टॉपर रही मेधावी छात्रा सुदीक्षा ने अपनी प्रतिभा के दम पर अमेरिका के कैलिफोॢनया स्थित बॉबसन कालेज से चार करोड़ रुपये की स्कालरशिप प्राप्त की थी। वह अमेरिका में बिजनेस मैनेजमेंट की शिक्षा ग्रहण कर रही थी।