सब स्टेशन तैयार, अब बिजली लाइन से संयंत्र जुड़ने का इंतजार
अब प्लास्टिक पालीथिन कचरा (आरडीएफ) से बिजली बनाने का सपना जल्द पूरा होगा। भूड़बराल स्थित संयंत्र पर कंपनी ने खुद के खर्चे पर सब स्टेशन तैयार कर लिया है।
मेरठ, जेएनएन। अब प्लास्टिक, पालीथिन कचरा (आरडीएफ) से बिजली बनाने का सपना जल्द पूरा होगा। भूड़बराल स्थित संयंत्र पर कंपनी ने खुद के खर्चे पर सब स्टेशन तैयार कर लिया है। अब पीवीवीएनएल को 33 केवी बिजली लाइन से संयंत्र को जोड़ना बाकी है। यह काम पूरा होते ही संयंत्र में कचरे से बिजली बननी शुरू हो जाएगी। शुक्रवार को ब्रिजेंद्रा एनर्जी एंड रिसर्च के डायरेक्टर ब्रिजेंद्र चौधरी ने विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन को पत्र लिखा है। इसमें बताया है कि कंपनी ने संयंत्र के अंदर कचरे से बिजली उत्पादन करने व सब स्टेशन की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है। पीवीवीएनएल को 33 केवी बिजली लाइन से सब स्टेशन को जोड़ना है। ताकि कचरे से बनी बिजली को ग्रिड पर भेजा जा सके। इस काम में पीवीवीएनएल के अधिकारी देरी कर रहे हैं। कंपनी डायरेक्टर ने दीपावली तक बिजली संयंत्र चालू करने की मंशा जताई है। नगर आयुक्त डा. अरविद चौरसिया ने कहा कि पीवीवीएनएल के एमडी से बात कर जल्द बिजली लाइन जोड़ने के लिए कहा जाएगा। मालूम हो कि प्रति घंटे एक मेगावाट बिजली उत्पादित होगी। जिसके लिए प्रतिदिन 200 टन आरडीएफ की जरूरत होगी, जिसे कंपनी नगर निगम से खरीदेगी।