पब्जी गेम से डिप्रेशन में था छात्र, कमरा बंद कर खुद को मारी गोली, मौके पर मौत Bulandshahar News
देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव जटापुर में एक छात्र पब्जी गेम से डिप्रेशन में चल रहा था। पिता ने बताया कि पहले भी उसे कई बार समझाया था कि गेम न खेले पर वह छिपकर खेलता था।
बुलंदशहर, जेएनएन। देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव जटापुर में एक 11वीं के छात्र ने कमरे में बंद करके खुद को गोली मार ली। छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। छात्र के पिता ने बताया कि उसका बेटा पिछले कुछ दिनों से पब्जी गेम खेल रहा था। इसी कारण वह पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में था। पिता ने उसे कई बार समझाया कि गेम न खेले, लेकिन वह छिपकर खेलता था। हालांकि पुलिस पब्जी गेम खेलने की बात से इन्कार कर रही है।
कमरा खुला हुआ था और छात्र खून से था लथपथ
गांव जटापुर निवासी किसान दानसिंह का 18 वर्षीय पुत्र निशांत उर्फ जानी शुक्रवार की दोपहर अपने कमरे में मोबाइल लेकर गया था। इस दौरान उसका पिता खेत पर गया था। मां और छोटा भाई पशुओं को चारा डाल रहे थे। कमरे में जाने के करीब आधे घंटे बाद गोली चलने की आवाज आई। जिसके बाद मां और भाई कमरे की तरफ दौड़े। उन्होंने देखा कि दरवाजा खुला था। अंदर गए तो निशांत खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था। तमंचा उसकी बराबर में पड़ा था। पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल की।
कैसे मोबाइल में चल रहा था गेम
देहात कोतवाली प्रभारी सुधीर कुमार त्यागी ने बताया कि वह खुद मौके पर गए थे, लेकिन परिजनों ने पब्जी गेम खेलने की बात नहीं बताई। जबकि उसके पिता दानसिंह का कहना है कि उसका बेटा कई दिन से इस गेम को खेल रहा था। इसी कारण उसने आत्महत्या की है। बता दें कि पब्जी गेम में आखिरी स्टेज ऐसी आती है कि खेलने वाले को आत्महत्या के लिए मजबूर कर देती है। हालांकि कुछ दिन पहले इस गेम पर बैन भी हो गया था, लेकिन यह पुलिस की भी समझ में नहीं आ रहा है कि निशांत के मोबाइल में यह गेम कैसे चल रहा था। इंस्पेक्टर का कहना है कि मोबाइल को कब्जे में लेकर फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।