CCSU Exam: विश्वविद्यालय की परीक्षा होगी या नहीं परीक्षार्थियों को है इंतजार Meerut News
सीसीएसयू में परीक्षा नहीं होगी तो भी परीक्षा फॉर्म भरना होगा। विश्वविद्यालय की परीक्षा और पदोन्नति को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में करीब 6:30 लाख विद्यार्थी परीक्षा को लेकर ऊहापोह की स्थिति में हैं। शासन की ओर से बगैर परीक्षा कराएं छात्रों को अगली कक्षा में भेजने का आदेश मौखिक तो आया है। लेकिन अभी पदोन्नति का क्या आधार होगा इसको लेकर कोई निर्देश नहीं है। दूसरी ओर यूजीसी ने सितंबर तक स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने के लिए कहा है। शासन और यूजीसी के आदेश के बीच छात्र-छात्राएं असमंजस में हैं। इस समय विश्वविद्यालय में सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म भरे जा रहे हैं। अभी तक 185000 छात्र छात्राओं ने परीक्षा फॉर्म भर दिया है। परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 17 जुलाई है। विश्वविद्यालय यूजीसी की गाइडलाइन को संज्ञान में लेते हुए अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने के विषय में सोच रहा है। अंतिम वर्ष में करीब ढाई लाख छात्रों की परीक्षा होनी है लेकिन इससे पहले भी विश्वविद्यालय को शासन के आदेश का इंतजार है। शासन की ओर से विश्वविद्यालयों की परीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई थी। इस कमेटी में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा अध्यक्ष बनाए गए थे।इनके अलावा कुछ अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को भी कमेटी में शामिल किया गया था। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बनाकर शासन को बहुत पहले ही दे दिया है। जिस पर शासन को पूरी कार्ययोजना और दिशा निर्देश जारी करनी है।
छात्र कर रहे हैं परीक्षा का विरोध
यूजीसी की गाइडलाइन आने के बाद विश्वविद्यालय की परीक्षा को लेकर छात्रों ने विरोध भी शुरू कर दिया है। एनएसयूआई के कार्यकर्ता इस फैसले के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना के समय में परीक्षा को लेकर रिस्क नहीं लिया जा सकता है।
4 अगस्त से चलनी है कक्षाएं
एक तरफ जहां विश्वविद्यालय की परीक्षाएं बीच में रुकी पड़ी है तो वहीं दूसरी ओर नए सत्र की तैयारी शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कालेजों में शिक्षक ई कंटेंट तैयार कर रहे हैं।सभी संस्थाओं को 31 जुलाई तक ई कंटेंट तैयार करना है। जिसके आधार पर 4 अगस्त से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की जाएंगी। 45 दिन का शेड्यूल ऑनलाइन कक्षाओं का बनाया जा रहा है।
परीक्षा फॉर्म भरना अनिवार्य
बहुत से छात्र-छात्राएं यह मानकर चल रहे हैं कि अगर परीक्षा नहीं होती है तो उनका परीक्षा फॉर्म भरना बेकार हो जाएगा। इसलिए वह परीक्षा फॉर्म ही नहीं भर रहे हैं जबकि ऐसा नहीं है परीक्षा हो या ना हो छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरना है ।पदोन्नति का आधार अगर मिलता भी है तो जो छात्र फॉर्म भरेंगे उन्हें इसका लाभ मिलेगा।