रैपिड रेल कारिडोर में होगा अत्याधुनिक सिग्नलिग प्रणाली का उपयोग
मेक इन इंडिया पहल के तहत दिल्ली मेरठ रैपिड रेल कारिडोर में अत्याधुनिक सिग्नलिग प्रणाली और ट्रेन कंट्रोल टेक्नोलाजी का उपयोग किया जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। मेक इन इंडिया पहल के तहत दिल्ली मेरठ रैपिड रेल कारिडोर में अत्याधुनिक सिग्नलिग प्रणाली और ट्रेन कंट्रोल टेक्नोलाजी का उपयोग किया जाएगा।
एनसीआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार अत्याधुनिक हाइब्रिड लेवल-3 की स्थिति को अपनाने के साथ-साथ लांग-टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) के स्ट्रक्चर पर आधुनिक यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम लेवल-2 सिग्नलिग को अपनाया जाएगा। मेसर्स अल्स्टाम इंडिया को सिग्नलिग व ट्रेन कंट्रोल, टेलीकम्युनिकेशन व पीएसडी सिस्टम के डिजाइन, सप्लाई, इंस्टालेशन, टेस्टिग का काम सौंपा गया है।अत्याधुनिक सिग्नलिग टेक्नोलाजी से परिचालन क्षमता दुरुस्त रहेगी और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होगी। वहीं, यह टेक्नोलाजी ट्रेनों का कारिडोर में निर्बाध आवागमन की सुविधा प्रदान करेगी। इसके अलावा आकस्मिक कारणों से यात्रियों के पटरियों पर गिरने की किसी भी संभावना से बचने के लिए सभी स्टेशनों में प्लेटफार्म स्क्रीन दरवाजे लगे होंगे। जो सिग्नलिग सिस्टम के साथ जुड़े होंगे।
छापेमारी कर 22 स्थानों से उर्वरकों के 31 नमूने भरे
शासन के निर्देशों पर कृषि विभाग ने जिले में उर्वरक व्यवसायी, विनिर्माता कंपनी, बफर गोदाम, थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता व अन्य कंपनियों के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी करते हुए कार्रवाई की। जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही के नेतृत्व में टीम ने सरधना, मवाना व परतापुर में 22 स्थानों पर छापे मारकर 31 नमूने संग्रह किए। जबकि एक को चेतावनी जारी की गई है। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि चार विनिर्माता, दो कंपनी बफर व 16 खुदरा विक्रेताओं के यहां छापेमारी की गई है। प्रयोगशाला से प्राप्त परिणामों के आधार पर संबंधित उर्वरक कंपनी के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि यूरिया कालाबाजारी की सूचना 0121-2655881 पर दी जा सकती है।