मानक अनुरूप नहीं बन सकता सिथेटिक ट्रैक
उत्तर प्रदेश एथलेटिक एसोसिएशन ने मंडलायुक्त को पत्र लिखकर जानकारी दी कि मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक नहीं बनाया जा सकता है।
मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश एथलेटिक एसोसिएशन ने मंडलायुक्त को पत्र लिखकर जानकारी दी कि मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक नहीं बनाया जा सकता है। बिना मानक ट्रैक बनाए जाने पर यहां कोई भी प्रदेश या राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता नहीं कराई जा सकेगी। करोड़ों की लागत से बनने वाला सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक महज स्थानीय खिलाड़ियों के अभ्यास और सुबह के सैर-सपाटेभर के लिए रह जाएगा। उप्र एथलेटिक संघ ने यह पत्र स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत स्टेडियम में सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक बनाने की तैयारियों को देखते हुए लिखा है। असुरक्षित और कम है जगह
एथलेटिक संघ के अनुसार स्टेडियम में हाकी एस्ट्रोटर्फ के बेहद निकट सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक सुरक्षा के लिहाज से उचित नहीं होगा। पर्याप्त जगह न होने के कारण किसी तरह ट्रैक बन भी गया तो जंप और थ्रो इवेंट्स के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलेगी। इसके साथ ही केवल ट्रैक से ही पूरा ग्राउंड भर जाएगा और खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य वार्मअप एरिया भी नहीं बन सकेगा। बिना वार्मअप एरिया, जंप व थ्रो इवेंट के प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता भी नहीं हो सकेगी। इस प्रकार सिथेटिक ट्रैक को निम्न स्तर का प्रमाण पत्र मिलेगा और मेरठ में बड़ी प्रतियोगिताएं नहीं कराई जा सकेंगी। उचित जगह मिले, जिससे पा सकें अधिकतम लाभ
उत्तर प्रदेश एथलेटिक संघ ने मेरठ में सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक बनाए जाने को महत्वपूर्ण व स्वागत योग्य पहल बताते हुए इसे किसी अन्य ग्राउंड पर पर्याप्त जगह में बनाने का सुझाव दिया है। जिससे करोड़ों रुपये के सरकारी खर्च से तैयार होने वाले इस ट्रैक का अधिकतम सदुपयोग किया जा सके। इनका कहना-
मानक के अनुरूप ट्रैक न बनने से एएफआइ से हमें कोई प्रतियोगिता मेरठ के लिए नहीं मिल सकेगी। इसलिए अच्छा होगा कि अगर करोड़ों खर्च हो ही रहे हैं, तो मेरठ में किसी बेहतर जगह बनाया जाए जिससे मेरठ राष्ट्रीय एथलेटिक चैंपियनशिप आयोजित करने योग्य बन सके।
-अनु कुमार, सचिव, जिला एथलेटिक संघ स्टेडियम के ग्राउंड पर आठ लेन की ट्रैक के लिए पर्याप्त जमीन है जहां ट्रैक बिठाई जा सकती है। हालांकि वार्मअप एरिया के लिए ग्राउंड पर जगह नहीं बचेगी। वार्मअप एरिया हमें ग्राउंड के बाहर कहीं बनाना होगा।।
-आले हैदर, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी, मेरठ