वीडीओ की परीक्षा में सेंधमारी, राणा गैंग के ‘गुरु-चेले’ पकड़े
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित ग्राम पंचायत अधिकारी की परीक्षा में भी सॉल्वर गैंग ने सेंधमारी कर दी। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 25 Dec 2018 01:56 PM (IST)Updated: Tue, 25 Dec 2018 01:56 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। तमाम इंतजाम व चौकसी के बावजूद कुख्यात राणा गैंग ने यूपीएसएसएससी की परीक्षा में भी सेंधमारी कर डाली। गैंग ने ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में पास कराने के लिए दर्जनों अभ्यर्थियों से सौदा किया। एसपी सिटी रणविजय सिंह की स्पेशल टीम, मेडिकल थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच व सर्विलांस टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी ने सोमवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी।
मेरठ में 12 केंद्रों पर हुई परीक्षा
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी आदि के 1953 पदों पर भर्ती निकाली हुई है। गत शनिवार व रविवार को लिखित परीक्षा हुई। मेरठ में भी 12 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। पुलिस को इनपुट मिला कि परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह के सदस्यों की ग्रेटर पल्लवपुरम स्थित एक मकान में हलचल है।
पीएचडी का छात्र भी शामिल
संयुक्त टीम ने घेराबंदी करते हुए विद्वेष कुमार उर्फ बिल्ला पुत्र रामनिवास निवासी ग्रेटर पल्लवपुरम तथा विपिन डागर पुत्र हरि सिंह निवासी ढिंडार थाना मुरादनगर गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया। विद्वेष फलावदा के किसान इंटर कॉलेज में अध्यापक है, जबकि विपिन चौ. चरण सिंह विवि में पीएचडी का छात्र है।
अरविंद राणा का मौसेरा भाई है विद्वेष
एसपी सिटी ने बताया कि विद्वेष अरविंद राणा का मौसेरा भाई है। विद्वेष 2003 में विवि में पढ़ने आया और विपिन डागर 2004 में। वहीं, दोनों की दोस्ती हुई। विपिन डागर अभ्यर्थियों को बतौर ग्राहक लाता था।
90 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड व उत्तर पुस्तिका मिली
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपितों के कब्जे से करीब 90 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, प्रश्न-पत्र की आंसर शीट, परिणाम की छायाप्रति, चयनित छात्रों के रोल नंबर की छायाप्रति, आइ-20 कार, पांच मोबाइल, पांच एटीएम कार्ड, एक पेन कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
आगरा और मथुरा में दिला चुके हैं परीक्षा
पुलिस के मुताबिक गिरोह ने आठ से दस लाख रुपये में ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में पास कराने की गारंटी ली। अभी तक बीस अभ्यर्थियों से सौदा तय होने की बात सामने आई है। आगरा व मथुरा में गैंग ने अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलाई है।
मेरठ में 12 केंद्रों पर हुई परीक्षा
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी आदि के 1953 पदों पर भर्ती निकाली हुई है। गत शनिवार व रविवार को लिखित परीक्षा हुई। मेरठ में भी 12 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। पुलिस को इनपुट मिला कि परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह के सदस्यों की ग्रेटर पल्लवपुरम स्थित एक मकान में हलचल है।
पीएचडी का छात्र भी शामिल
संयुक्त टीम ने घेराबंदी करते हुए विद्वेष कुमार उर्फ बिल्ला पुत्र रामनिवास निवासी ग्रेटर पल्लवपुरम तथा विपिन डागर पुत्र हरि सिंह निवासी ढिंडार थाना मुरादनगर गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया। विद्वेष फलावदा के किसान इंटर कॉलेज में अध्यापक है, जबकि विपिन चौ. चरण सिंह विवि में पीएचडी का छात्र है।
अरविंद राणा का मौसेरा भाई है विद्वेष
एसपी सिटी ने बताया कि विद्वेष अरविंद राणा का मौसेरा भाई है। विद्वेष 2003 में विवि में पढ़ने आया और विपिन डागर 2004 में। वहीं, दोनों की दोस्ती हुई। विपिन डागर अभ्यर्थियों को बतौर ग्राहक लाता था।
90 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड व उत्तर पुस्तिका मिली
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपितों के कब्जे से करीब 90 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, प्रश्न-पत्र की आंसर शीट, परिणाम की छायाप्रति, चयनित छात्रों के रोल नंबर की छायाप्रति, आइ-20 कार, पांच मोबाइल, पांच एटीएम कार्ड, एक पेन कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
आगरा और मथुरा में दिला चुके हैं परीक्षा
पुलिस के मुताबिक गिरोह ने आठ से दस लाख रुपये में ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में पास कराने की गारंटी ली। अभी तक बीस अभ्यर्थियों से सौदा तय होने की बात सामने आई है। आगरा व मथुरा में गैंग ने अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलाई है।
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