खुशबू आ सकती है 'कागज' के फूलों से भी..
फूल सदा मुस्कुराते हैं, हमको यही बताते हैं। मीठे बोल सदा ही कहना उपवन को महकाते हैं। फूल चाहे कैसा भी हो सदैव मुस्कुराता रहता है। खुशबूदार फूलों के साथ ही आजकल आर्टिफिशियल फूलों की भी काफी मांग है। जो घर-आंगन के हर कोने को खूबसूरत और आकर्षक बना रहे हैं। इनमें ग्रीन घास से लेकर सभी प्रकार और डिजाइन की पत्तियों सहित गुलाब, सूरजमुखी, मोगरा और सभी प्रकार के छोटे-बड़े फूलों के अलावा लकड़ी और गोल्डन-सिल्वर के स्टिक भी डिमांड में हैं।
मेरठ । फूल सदा मुस्कुराते हैं, हमको यही बताते हैं। मीठे बोल सदा ही कहना उपवन को महकाते हैं। फूल चाहे कैसा भी हो सदैव मुस्कुराता रहता है। खुशबूदार फूलों के साथ ही आजकल आर्टिफिशियल फूलों की भी काफी मांग है। जो घर-आंगन के हर कोने को खूबसूरत और आकर्षक बना रहे हैं। इनमें ग्रीन घास से लेकर सभी प्रकार और डिजाइन की पत्तियों सहित गुलाब, सूरजमुखी, मोगरा और सभी प्रकार के छोटे-बड़े फूलों के अलावा लकड़ी और गोल्डन-सिल्वर के स्टिक भी डिमांड में हैं।
हर कोने के लिए है कुछ खास
इंटीरियर में इस समय आर्टिफिशियल फ्लावर से घर का कोना-कोना सजाया जा रहा है। इसमें ड्राइंगरूम, बेडरूम से लेकर किचन, लॉबी और यहां तक कि बाथरूम में भी इंटीरियर डिजाइनर आर्टिफिशियल फूलों का इस्तेमाल कर आकर्षक लुक दिया जा रहा है। जिसमें देसी और विदेशी सभी फूलों के अलावा विभिन्न प्रकार की पत्तियां और स्टिक भी शामिल हैं।
कम कीमत में बढ़ रही है घर की रौनक
बाजार में वैसे तो देसी-विदेशी सभी प्रकार के आर्टिफिशियल फ्लावर उपलब्ध हैं। इनकी कीमत सौ रुपये से शुरू होकर हजार रुपये तक है। इनकी कीमत इनकी क्वालिटी के अनुसार तय होती है। आर्टिफिशियल फ्लावर देखने में जितने ओरिजनल होंगे, उनकी कीमत उतनी ही अधिक होगी। इसके साथ ही अब आर्टिफिशियल फ्लावर में भी फूलों की खुशबू मिल रही हैं। जो पूरी तरह से उनके प्राकृतिक होने का अहसास दिलाती है।
लोग घर सजाने के लिए अब बड़ी मात्रा में आर्टिफिशियल फ्लावर की मांग कर रहे हैं, ऐसे में फूलों की कई वैरायटी उपलब्ध हैं। इन फूलों की शुरुआत सौ रुपये से हो जाती है। इसमें सबसे ज्यादा महत्व इनके ओरिजनल लुक वैरायटी को दिया जाता है।
- मुकेश कुमार, फ्लावर विक्रेता, सेंट्रल मार्केट।