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बचाव के टिप्‍स : आठ घंटे की नींद लीजिए, सोने से एक घंटा पहले छोड़ दीजिए मोबाइल Meerut News

कोरोना महामारी के दौर में स्वास्थ्य सेवाएं कैसे बेहतर रखी जाएं इस संबंध में वेबिनार में कोरोना से बचाव के टिप्स दिए गए। जिसे अपनाकर आप पूरी तरह से सूरक्षित रह सकते हैं।

By Prem BhattEdited By: Published: Wed, 06 May 2020 02:28 PM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 02:28 PM (IST)
बचाव के टिप्‍स : आठ घंटे की नींद लीजिए, सोने से एक घंटा पहले छोड़ दीजिए मोबाइल Meerut News
बचाव के टिप्‍स : आठ घंटे की नींद लीजिए, सोने से एक घंटा पहले छोड़ दीजिए मोबाइल Meerut News

मेरठ, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौर में स्वास्थ्य सेवाएं कैसे बेहतर रखी जाएं, इसे लेकर ग्लोबल सोशल कनेक्ट ने मंगलवार को एक वेबिनार का आयोजन किया। इसमें वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. तनुराज सिरोही ने लोगों के स्वास्थ्य संबंधी सवालों और समस्याओं का निदान किया। संस्था की अध्यक्ष रिचा सिंह, उपाध्यक्ष अभिषेक शर्मा और सचिव अमित गिरी ने वेबिनार का संचालन किया। मुख्य वक्ता डॉ. तनुराज सिरोही ने कई महत्वपूर्ण सलाह दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप की तुलना में भारत में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या अधिक है। मृत्यु दर भी धीमी है। ऐसा भारत की जलवायु के कारण है।

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ये दी सलाह

-स्वच्छता पर जोर देना है। 20 से 50 सैकंड तक साबुन से सही ढंग से हाथ धोने चाहिए।

-लोगों के मध्य कम से कम तीन से छह फीट तथा बुजुर्ग से छह फीट की दूरी जरूरी है।

-शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। यह बीमारी प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ी है।

-रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें। जूस लें। पानी अधिक पीएं।

-छह से आठ घंटे नियमित नींद लेना जरूरी है। नींद संक्रमण को कम करती है।

-मोबाइल के प्रयोग के कारण लोगों की नींद बहुत बाधित होती है। सोने से एक घंटा पहले टीवी और मोबाइल से दूरी बना लें।

-प्रतिदिन व्यायाम और योगा करें। बाहर निकले तो मास्क व ग्लब्स का प्रयोग करें।

-सरकार त्वरित रूप से फल-सब्जी बेचने वालों की जांच कराए। जिनके पास स्वास्थ्य प्रमाण पत्र हों, उन्हीं को बिक्री की अनुमति दी जाए।

-कोरोना और अन्य बीमारियों से लडऩे के लिए आरोग्य सेतू जैसी तकनीक का सहारा लेना होगा। हृदय रोगियों के लिए यह तकनीक अपनाई जा सकती है। सस्ती घडिय़ां विकसित की जा सकती हैं।

-तनाव मुक्त रहना है। तनाव से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है।

-कुछ लोग जिंक की टेबलेट ले रहे हैं। बिना चिकित्सक की सलाह इसे न लें। 


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