रक्तमोक्षण से दूर होते हैं त्वचा रोग
महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय में विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर सोम
मेरठ,जेएनएन। महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय में विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर सोमवार को आनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। डायरेक्टर जनरल सतीश राघव ने बताया कि ब्लड ग्रुप की खोज करने वाले विज्ञानी कार्ल लैंडस्टीनर के जन्मदिवस पर 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। सीईओ डा. आशीष बालियान ने कहा कि रक्तदान करके दिल की सेहत को सुधार सकते हैं और दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकते हैं। डायरेक्टर एडमिन विक्रांत यादव ने कहा कि आयुर्वेद की प्राचीन विधि रक्तमोक्षण विभिन्न रोगों को समाप्त करने में सक्षम है। प्राचार्य डा. देवदत्त भादलीकर ने बताया कि आचार्य सुश्रुत के अनुसार रक्तमोक्षण द्वारा त्वचा रोग, सूजन और फोड़े को रोका जा सकता है। इस दौरान डा. अनुपम सिंह, आरके कौशिक और डा. धनन्जय भी उपस्थित रहे।
रक्तदान दिवस पर लगाया शिविर: वेंक्टेश्वरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस और वेंक्टेश्वरा मल्टीस्पेशियलिटी हास्पिटल की ओर से सोमवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। चेयरमैन डा. सुधीर गिरि ने बताया कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है। कोरोना महामारी में रक्तदान और प्लामा दान ने कई लोगों की जान बचाई है। विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर गजरौला स्थित विम्स मल्टीस्पेशियलिटी हास्पिटल ओर वीजीआइ समूह ने संयुक्त रक्तदान शिविर में 92 यूनिट रक्तदान किया। इस दौरान प्रतिकुलपति डा. राजीव त्यागी ने सभी से स्वेच्छा से रक्तदान करने की अपील की, डा. एससी मिश्रा, डा. आरएन सिंह और डा. नीतेश कुमार भी उपस्थित रहे।
विधायक ने शोकाकुल परिवारों को सांत्वना दी: क्षेत्रीय विधायक ने सोमवार को क्षेत्र के गांव सदरपुर में जाकर उन परिवारों को सांत्वना दी जिन्होंने कोरोना महामारी में अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है।
विधायक दिनेश खटीक सदरपुर गांव में सबसे पहले पूर्व प्रधान सुंदर सिंह के आवास पर पहुंचे तथा उनके छोटे भाई के निधन पर शोक व्यक्त किया। इसके बाद उन्होंने गांव में रामपाल सिंह के आवास पर पहुंचकर उनके शिक्षक पुत्र सुमित के निधन पर शोक जताया और स्वजनों को सांत्वना दी। विधायक ने कहा कि यदि इस महामारी में कोई परिवार ऐसा है जिसमें कोई कमाने वाला नहीं है तो वह उस परिवार की हर संभव मदद करेंगे। इस दौरान उनके साथ लोकेश सिरोही, जयविदर सिंह, रविन्द्र सिंह, हिमांशु गर्ग, ऋषि पाल, धर्मेंद्र, सुनील कुमार, महेंद्र, अनिल आदि साथ रहे।