जोन में सक्रिय छह लुटेरे गिरफ्तार, छह लाख के जेवर बरामद
पश्चिमी उप्र में वारदात-दर-वारदात करने वाले चांद गैंग के छह लुटेरों को मेरठ और मुजफ्फरनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किया गया।
मेरठ, जेएनएन। पश्चिमी उप्र में वारदात-दर-वारदात करने वाले चांद गैंग के छह लुटेरों को मेरठ और मुजफ्फरनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किया गया। आरोपितों ने जानसठ के खुशी ज्वेलर्स समेत लूट की नौ वारदात कबूल कीं। बदमाशों के कब्जे से करीब छह लाख के जेवर और 20 हजार की नकदी बरामद हुई। पुलिस सभी घटनाओं में 90 फीसद माल की बरामदगी का दावा कर रही है।
सोमवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि 12 जनवरी को मुजफ्फरनगर के जानसठ में खुशी ज्वेलर्स के यहां लूट की वारदात हुई थी। इस पर जानसठ पुलिस और मेरठ की क्राइम ब्रांच काम कर रही थी। रविवार रात किला परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के गांव दुर्वेशपुर के ईदगाह के पास बदमाशों के एकत्र होने की सूचना पुलिस को मिली। परीक्षितगढ़ थाना पुलिस और सर्विलांस सेल की टीम ने बदमाशों की घेराबंदी की। पुलिस ने सलमान उर्फ राजा पुत्र रशीद निवासी इंचौली, विशाल पुत्र संजीव निवासी मोहल्ला राजा दरवाजा थाना परीक्षितगढ़, हारुन पुत्र मंगी खां निवासी-गांव खरदौनी थाना इंचौली और सुल्तान पुत्र करतारे निवासी गांव जेई बक्सर थाना भावनपुर को गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान चांद उर्फ काले पुत्र सत्तार निवासी मोहल्ला आंबेडकर कालोनी परीक्षितगढ़, अंकुश पुत्र ओमप्रकाश निवासी मोहल्ला पुठ्ठी दरवाजा परीक्षितगढ़, आजाद उर्फ आबाद पुत्र नजर मोहम्मद निवासी गाव खिवाई थाना सरूरपुर हाल निवासी गांव बम्हेड़ा कस्बा व थाना बाबूगढ़ जनपद हापुड़ और सुधाशु पुत्र गोपाल उर्फ बोने निवासी मोहल्ला कस्यावान थाना परीक्षितगढ़ घटनास्थल से मुजफ्फरनगर की तरफ भाग गए। एडीजी ने पूरे जोन में अलर्ट घोषित कर दिया। इस पर जानसठ पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी कर आजाद उर्फ आबाद और सुधांशु को गिरफ्तार कर लिया।
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पेट्रोल पंप, गैस गोदाम और राहगीरों को बनाते थे निशाना
एडीजी ने बताया कि गिरोह का सरगना चांद उर्फ काले है। उस पर कई राज्यों में दर्जनभर मुकदमे दर्ज हैं। वह थाना परीक्षितगढ़ का हिस्ट्रीशीटर भी है। उसके साथी सलमान उर्फ राजा पुत्र रशीद निवासी इंचौली ने भी विभिन्न बदमाशों को साथ लेकर एक गिरोह तैयार कर लिया। यह गैंग पेट्रोल पंप, गैस गोदाम, मित्र बैंक शाखा, कैश एकत्र करने वाले एजेंट और ज्वेलरी की दुकानों को निशाना बनाता है। साथ ही गांव एवं कस्बों के बाहरी मार्गो पर आने-जाने वाले यात्रियों से मोबाइल, बाइक आदि लूट लेता है। सलमान पूर्व में गैस एजेंसी व पेट्रोल पंप लूट में जेल जा चुका है। उस पर 50 हजार का इनाम था।
मोतियों को बेचते वक्त करता है रेकी
एडीजी ने बताया कि चांद, हारुन और सलमान लूट से पहले रेकी करते हैं। हारुन मोतियों का काम करता है। वह गांव-दर-गांव फेरी लगाता है और मेरठ के अलावा मुजफ्फरनगर, बागपत तथा बुलंदशहर के मुख्य कस्बों में आता-जाता है। उम्रदराज होने की वजह से उस पर कोई शक भी नहीं करता।
अपाचे पर देते हैं वारदात को अंजाम
इस गिरोह के सदस्य अपाचे बाइक पर वारदात को अंजाम देते हैं। बाइक को तेजी से दौड़ा कर परीक्षितगढ़ के फार्म में छिप जाते हैं।