नाइट कर्फ्यू लगते ही रेस्तरां में पसरा सन्नाटा
रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू का सबसे ज्यादा असर रेस्तरां और होटल उद्योग पर पड़ रहा है।
मेरठ, जेएनएन। रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू का सबसे ज्यादा असर रेस्तरां और होटल उद्योग पर पड़ रहा है। लंबे लाकडाउन के बाद खुले रेस्तरां में स्वाद के शौकीनों ने अभी जाना शुरू ही किया था कि नाइट कर्फ्यू ने फिर पाबंदी लगा दी। कुछ संचालकों ने तो रेस्तरां बंद करने का निर्णय कर लिया। वहीं, कुछ ने मेन्यू में बदलाव किए हैं।
रेस्तरां में 11 बजे तक मिल जाए पार्टी की अनुमति
नाइट कर्फ्यू के कारण काफी नुकसान हो रहा है। लोग पहले ही डरे हुए थे, और अब रात में निकलना मुश्किल हो गया है। प्रशासन को कर्फ्यू में कुछ छूट देते हुए इन दिनों होने वाली सगाई और शादी विवाह के आयोजन के लिए रात 11 बजे तक रेस्तरां खोलने की अनुमति देनी चाहिए। नाइट कर्फ्यू की घोषणा होते ही लोगों ने पार्टी कैंसल कर दी है। लोगों का एडवांस लौटाना पड़ रहा है। इससे काफी नुकसान हो रहा है।
-सुदीप आनंद, निदेशक, एम्प्रेस कोर्ट बाम्बे बाजार
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कर्फ्यू के बाद 20 फीसद ही रह गया कारोबार
नाइट कर्फ्यू में नाइट पार्टी और डिनर सभी कुछ बंद है। अब सिर्फ 20 फीसद कारोबार ही रह गया है। कुछ दिनों में मेन्यू में भी बदलाव किया जाएगा। पिछले दस दिनों में लोगों की संख्या काफी कम हुई है।
-दीपांशु भाटिया, महाप्रबंधक, ओलिविया सिविल लाइंस
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सीमित किया मेन्यू
पहले कोरोना के मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या और अब नाइट कर्फ्यू की घोषणा। इस माह रेस्तरां में आने वालों की संख्या काफी कम रही है। इसलिए मेन्यू में बदलाव कर डिश सीमित कर दी गई हैं क्योंकि डिनर में ही अधिक वैरायटी और डिश की जरूरत होती है। नाइट कर्फ्यू ने रेस्तरां इंडस्ट्री को एक बार फिर हिला कर रख दिया है।
-मनीष दुग्गल, महाप्रबंधक, होटल क्रिस्टल पैलेस नाइट कर्फ्यू के कारण होटल और रेस्तरां को काफी नुकसान हो रहा है। शादी का सीजन शुरू हो रहा है। ऐसे में बुकिंग तेजी से निरस्त हो रही हैं, या शादी के सभी आयोजन लोग एक ही दिन में करवा रहे हैं। यहां तक कि लोग शादी और रिसेप्शन पार्टी भी दिन में ही करने का मन बना रहे हैं। ऐसी स्थिति में मेरठ मंडप एसोसिएशन ने शुक्रवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल को ज्ञापन दिया। इसमें होटल, रेस्तरां और मंडप को रात 11 बजे तक खोलने की अनुमति मांगी गई है, जिससे शादी के सीजन में नुकसान न हो।
-नवीन अरोड़ा, निदेशक, होटल हारमनी इन