Move to Jagran APP

स्वच्छ सर्वेक्षण के बीच मेरठ की सड़क पर भरा है सीवेज, सामने आ रही हैं ऐसी तस्वीरें

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 चल रहा है। ओडीएफ प्लस-प्लस के दावों में निगम फेल हो चुका है। मार्च में गार्बेज फ्री सिटी की स्टार रेटिंग के लिए सर्वेक्षण होना है। नगर निगम की तरफ से बेहतर सफाई के दावे भी किये जा रहे हैं। लेकिन हकीकत कुछ और ही है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Mon, 15 Feb 2021 11:05 AM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2021 11:05 AM (IST)
स्वच्छ सर्वेक्षण के बीच मेरठ की सड़क पर भरा है सीवेज, सामने आ रही हैं ऐसी तस्वीरें
मेरठ में स्‍वछता की बदहाल स्थिति को दिखाती यह तस्‍वीर।

मेरठ, जेएनएन। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 चल रहा है। ओडीएफ प्लस-प्लस के दावों में निगम फेल हो चुका है। मार्च में गार्बेज फ्री सिटी की स्टार रेटिंग के लिए सर्वेक्षण होना है। नगर निगम की तरफ से बेहतर सफाई के दावे भी किये जा रहे हैं। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। वार्ड 22 से गोलाबढ़ मोहल्ले से जो तस्वीर सामने आयी है। उसे देखकर निगम की तैयारी का अंदाजा लगाया जा सकता है।

loksabha election banner

गोलाबढ़ की सड़कों पर क ई दिनों से सीवेज सड़क पर बह रहा है। नाले-नालियां और सड़क सब एक पट हैं। यहां के लोगों ने गत दिनों नगर निगम के घेराव की धमकी दी थी। जिस पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह मय मशीनों के सफाई कराने पहुंचे थे। लेकिन जल निकासी का समुचित निकास नहीं होने के कारण टीम समस्या का निदान नहीं कर सकी। जस की तस स्थिति बनी हुई है। दरअसल, गोलाबढ़ तालाब में साल भर से नाले-नालियों का पानी एकत्र हो रहा था। अब तालाब भर गया है। जिससे नाले-नालियों की निकासी ठप हो गई है। गंदा पानी सड़कों पर आ गया है। हालात इतने बदतर हैं कि लोगों को गंदे पानी से ही निकलना पड़ रहा है।

कम्युनिटी हाल के पास महीनों से पड़ा डंप कूड़ा पानी में बहकर फैल गया है। जिससे दुर्गंध से लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। गंगा देवी, उॢमला सैनी, संतोष, कमला ने कहा कि गोलाबढ़ को नगर निगम की उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है। क्षेत्रीय पार्षद डिंपल चौधरी से लोग गुहार लगा रहे हैं। पार्षद भी जलनिकासी व सीवर समस्या का निदान जल्द कराने का आश्वासन ही दे रही हैं। गत दिनों भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा ने भी नगर आयुक्त मनीष बंसल से बात की थी। लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ है।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह का कहना है कि गोलाबढ़ की समस्या सामान्य नहीं है। यहां पर निर्माण अनुभाग को नाला-नाली का निर्माण करना होगा। जल निकासी का समुचित इंतजाम करने होंगे। तभी समस्या हल हो सकेगी। भरे पानी में सफाई तो कराई नहीं जा सकती है। निर्माण अनुभाग को पंपिंग सेट लगाकर गंदे पानी को बाहर करने के लिए कहा गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.