मुंबई से नेपाल, बैंकाक, बांग्लादेश भेजता है मोबाइल के उपकरण
अंतरराष्ट्रीय गैंग के सरगना शरद गोस्वामी गैंग के पाच मोबाइल लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में सामने आया कि शरद गोस्वामी लूट और चोरी के मोबाइलों को मुंबई भेजता था जहा से मोबाइलों के उपकरण निकालने के बाद नेपाल बैंकाक और बग्लादेश में बेचा जाता है।
मेरठ, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय गैंग के सरगना शरद गोस्वामी गैंग के पाच मोबाइल लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में सामने आया कि शरद गोस्वामी लूट और चोरी के मोबाइलों को मुंबई भेजता था, जहा से मोबाइलों के उपकरण निकालने के बाद नेपाल, बैंकाक और बग्लादेश में बेचा जाता है। ताकि मोबाइल का पता नहीं चल सकें। शरद गोस्वामी की वजह से ही मोबाइल लूट के बाद बरामद नहीं हो पा रहा है। क्योंकि लूट के बाद मोबाइल बंद कर दिया जाता है। उसके बाद उपकरण निकाल कर विदेश में बेचा जाता है।
ब्रह्मपुरी के माधवपुरम निवासी शरद गोस्वामी को पुलिस पहले भी मोबाइल लूट और चोरी के मामले में जेल भेज चुकी है। गुरुवार को पुलिस ने शरद गोस्वामी गैंग के बदमाश इनाम, अरशद, अनस नाजिम और शौकिन को गिरफ्तार कर लिया है। हालाकि शरद पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि शरद गोस्वामी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। शरद गोस्वामी मेरठ ही नहीं दिल्ली से लेकर अन्य राज्यों से चोरी किए मोबाइलों की खरीद करता है। पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत 14ए में शरद की अवैध तरीके से कमाई संपत्ति जब्त कर चुकी है। उसके बाद भी शरद ने जेल से बाहर निकलने पर अपना गैंग खड़ा कर लिया। चोरी और लूट के मोबाइल खरीदकर मुंबुई और दिल्ली से विदेशों में बेचने लगा है।
ऐस पुलिस के चंगुल में आया था शरद गोस्वामी :
20 सितंबर 2019 को माधवपुरम निवासी शरद गोस्वामी ने फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाकर 28 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर किया था। तभी पुलिस ने शरद की कुंडली खंगाली। पड़ताल में सामने आया कि शरद गोस्वामी इंटरनेशनल गैंग का सरगना है। उसके बाद ब्रह्मपुरी थाने में हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ 20 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। शरद के बैंक खाते तक सीज किए गए थे। उनके खातों में विदेश से रकम आने की पुष्टि भी हुई थी।