आत्महत्या प्रकरण में तीसरे किरदार की तलाश
पुलिस इंटीरियर डिजाइनर अमित बंसल की आत्महत्या की वजह के करीब पहुंच गई है। पति-पत्नी के अलावा इस मामले में शामिल तीसरे व्यक्ति की तलाश शुरू हो गई है। पुलिस को अमित बंसल की काल डिटेल से ठोस जानकारी मिली है। अफसर दावा कर रहे हैं कि मोबाइल का लाक खुलने के बाद कई राज बेनकाब होंगे।
मेरठ, जेएनएन। पुलिस इंटीरियर डिजाइनर अमित बंसल की आत्महत्या की वजह के करीब पहुंच गई है। पति-पत्नी के अलावा इस मामले में शामिल तीसरे व्यक्ति की तलाश शुरू हो गई है। पुलिस को अमित बंसल की काल डिटेल से ठोस जानकारी मिली है। अफसर दावा कर रहे हैं कि मोबाइल का लाक खुलने के बाद कई राज बेनकाब होंगे। पुलिस अमित के यार-दोस्तों से भी पूछताछ करेगी। उसके कुछ दोस्तों पर पुलिस नजर रख रही है।
एसआइटी की जाच में आत्महत्या की धुंधली तस्वीर साफ होती जा रही है। अमित और पिंकी की मोबाइल काल डिटेल से भी पुलिस को अहम जानकारी मिली है। प्रथम दृष्टया पुलिस मान रही है कि आत्महत्या के पीछे दंपती का विवाद है। अमित के पिता रामकिशन बंसल ने पिंकी के मायके पक्ष को कहा भी था कि उनकी बेटी की वजह से ही अमित की जान चली गई। मौका-ए-वारदात से पुलिस लहूलुहान पिंकी को उठाने लगी तो रामकिशन ने कहा था कि पहले अमित को उठाओ। इसके बाद पिंकी को उठाना। ऐसे में माना जा रहा है परिवार के लोगों को भी आत्महत्या की वजह पता है। अभी तक पुलिस को परिवार के लोगों ने कोई जानकारी नहीं दी है। सíवलास की मदद से पुलिस गुत्थी सुलझाने में जुटी है।
चोटों के निशान और कटर के घाव बयां कर रहे दूसरा पहलू
मेरठ : इंटीरियर डिजाइनर अमित बंसल की आत्महत्या के बाद उनकी पत्नी ने आत्मघाती कदम उठाया या फिर किसी ने उन पर हमला किया था? पुलिस के साथ ही पिंकी के मायके वाले इस गुत्थी को सुलझाने में जुटे हुए हैं। पिंकी बोलने की स्थिति में नहीं है इसलिए उसके मायके वाले डाक्टरों की बातों के आधार पर इसे हमला मान रहे हैं। भाई मोहित गुप्ता ने बताया कि पिंकी के हाथों पर कटर के इस तरह के निशान हैं, जैसे हमले का बचाव करते वक्त बनते हैं। उसके शरीर पर चोटों के निशान भी हैं, जिससे लगता है कि उसे पीटा गया है। मोहित समेत अन्य स्वजन ने गुरुवार शाम एसएसपी से मिलकर यह जानकारी दी है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि इस जानकारी पर भी जांच की जाएगी। एसआइटी की जाच में सबकुछ साफ हो जाएगा।
अस्पताल में मौत से लड़ रही पिंकी
नोएडा के जेपी अस्पताल में भर्ती पिंकी की गुरुवार को पट्टी बदली गई। उनकी हालत बिगड़ रही है। स्वजन का कहना है कि पिंकी बोलने की स्थिति में नहीं है। उसकी पट्टी बदलते समय हाथों पर जख्म देखे गए। मोहित का कहना है कि पिंकी पर किसी ने हमला किया है। उसने बचाव के लिए हाथ आगे किए तो कटर के निशान बन गए।