तीन महीने पहले लिया राशन.. अब कार्ड निरस्त
दैनिक जागरण के पास आ रही हैं शिकायतें। जल्द समाधान की उम्मीद में गुहार लगा रहे लोग जागरण संवाददाता मेरठ लॉकडाउन में जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जिला प्रशासन और विभिन्न विभाग अपने स्तर पर सक्रिय हैं। इसके बावजूद बहुत से लोगों की अभी भी सुनवाई नहीं हो रही है।
मेरठ , जेएनएन। लॉकडाउन में जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जिला प्रशासन और विभिन्न विभाग अपने स्तर पर सक्रिय हैं। इसके बावजूद बहुत से लोगों की अभी भी सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे लोग निदान होने की उम्मीद में दैनिक जागरण कार्यालय में फोन कर रहे हैं। दैनिक जागरण भी इन समस्याओं के निदान के लिए प्रयासरत है। मंगलवार को भी तमाम शिकायतें आई। अधिकतर लोगों का कहना है कि उन्होंने तीन महीने पहले राशन लिया था, लेकिन अब राशन लेने जा रहे हैं तो बताया जा रहा है कि उनका राशनकार्ड निरस्त कर दिया गया है। बड़ी संख्या में यह शिकायत है कि उनके स्वजनों की संख्या घटाकर आधी या उससे भी कम कर दी गई हैं। भोजन के बजाय लोग सूखे राशन की मांग ज्यादा कर रहे हैं। राशन कार्ड से संबंधित शिकायतें
-रोहटा ब्लॉक के डालमपुर गांव निवासी कार्डधारक कामिनी ने बताया कि तीन महीने पहले उन्होने राशन लिया था। अब राशन लेने गए तो बताया गया कि राशन कार्ड निरस्त हो गया है।
-ब्रह्मापुरी से संजीव कुमार ने बताया कि उनका कार्ड निरस्त कर दिया गया है। इससे उन्हें परेशानी हो रही है।
-नेहरू नगर से संजय सिंह ने बताया कि चार यूनिट थी, अब दो ही रह गई हैं।
-जवाहरनगर से अवधेश का कहना है कि उन्होंने पूरा फॉर्म भर दिया। हीरालाल बिल्डिंग में गए, लेकिन वहां कार्यालय बंद मिला। अब वह क्या करें?
-सदर बाजार से मिन्नी कपूर ने बताया कि पिछले साल जुलाई से उनका कार्ड पेंडिंग बताया जा रहा है। अब तक कार्ड नहीं बना।
-रजबन से एक युवा ने फोन किया कि कुछ लोग अतिथि रसोई गए थे, लेकिन उन्हें वहां भोजन नहीं दिया गया। डीलर की शिकायत
-सिसौली से राशन डीलर सुंदर की शिकायत आई। कार्डधारक का कहना है कि यूनिट कम करके राशन देते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। कॉलोनी सैनिटाइज कराने की मांग
-मलियाना के पास नंदीकुंज के जोनी ने फोन किया कि उनकी कॉलोनी में सफाई नहीं हो रही है।
-गंगानगर एम ब्लॉक के प्रदीप सिंह ने बताया ने बताया कि उनके ब्लॉक में सफाई नहीं होती। उन्होने सैनिटाइजेशन की मांग की। इन्हें मदद की है दरकार
-गंगानगर एम-ब्लॉक में कविता नाम की महिला घरो में काम करती थीं। काम बंद है इसलिए उन्हें अब परेशानी हो रही है। राशन कार्ड और न ही पैसे। पांच सदस्यीय परिवार को राशन की जरूरत है। इन्हें भिजवाया गया राशन
-रोहटा रोड पर वर्निका कॉलोनी के पास स्थित घर से एक महिला ने फोन किया कि वह दिल्ली से अपने रिश्तेदार के यहां आई थी। रिश्तेदार मजदूरी करते हैं। जब तक पैसा था, खरीदारी की अब पैसे नहीं हैं। राशन कार्ड निरस्त किया जा चुका है। श्रमिक पंजीकरण भी नहीं है। समस्या देखते हुए सपा के युवा नेता सम्राट मलिक से संपर्क किया गया। उन्होने आटा, दाल, चावल, नमक, तेल व आलू संबंधित परिवार तक भिजवाया।
-कंकरखेड़ा क्षेत्र के जवाहरपुरी से कुछ महिलाओं ने फोन किया। उनके पास कार्ड था लेकिन डीलर ने गायब कर दिया है। उन्होंने समस्या बताई। सम्राट के मलिक ने आटा, चावल आदि खाद्य सामग्री भिजवाई।